By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on July 29, 2020
जिला पिथौरागढ़ की पूरà¥à¤µ दिशा में 36 किलोमीटर दूर काली नदी के किनारे à¤à¥‚लाघाट नाम का कसà¥à¤¬à¤¾ है। काली नदी हमारे देश à¤à¤¾à¤°à¤¤ और नेपाल के मधà¥à¤¯ अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सीमा रेखा का कारà¥à¤¯ करती है। काली नदी के किनारे हमारे कसà¥à¤¬à¥‡ को à¤à¥‚लाघाट कहते है। और काली नदी के पार नेपाल के कसà¥à¤¬à¥‡ को जूलाघाट कहा […]
Full Story »Posted in Personality | Tagged कà¥à¤µà¥€à¤¤à¥œ, बेरीनाग, बैतड़ी, दान सिंह मालदार, देव सिंह फीलà¥à¤¡, पिथौरागà¥, चौकोड़ी, टिमà¥à¤¬à¤° किंग, berinag, ccokori, dan singh maldar, Dev singh ground, dev singh school, dsb campus, Pithoragarh, timber king of india | Leave a response
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on July 24, 2020
अशोक मलà¥à¤² उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡à¥€ सिनेमा का à¤à¤• जाना माना नाम है। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡à¥€ सिनेमा के शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ से वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ तक अशोक मलà¥à¤² ने जो तपसà¥à¤¯à¤¾ की, वह अतà¥à¤²à¤¨à¥€à¤¯ है। 17 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर, 1958 को पिथौरागढ के धपड़पटà¥à¤Ÿà¤¾ में शà¥à¤°à¥€ मोहन सिंह मलà¥à¤² और शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤•à¤²à¤¾ देवी जी के घर में इनका जनà¥à¤® हà¥à¤†à¥¤ मिशन इणà¥à¤Ÿà¤° कालेज, पिथौरागढ से इणà¥à¤Ÿà¤° […]
Full Story »Posted in Personality | Tagged अशोक मलà¥à¤², उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡à¥€ सिनेमा, पिथौरागà¥, ashok mall, garhwali, kumaoni, Pithoragarh, uttarakhand cinema | 6 Responses
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on July 24, 2020
जब à¤à¥€ पौड़ी जाना होता है à¤à¤• जगह हमेशा अपनी ओर आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ करती रही है। बताती रही है अपनी थाती। कोटदà¥à¤µà¤¾à¤° से ऊपर जाने के बाद à¤à¤• पटà¥à¤Ÿà¥€ शà¥à¤°à¥‚ हो जाती है कोडिया। यहीं à¤à¤• गांव है पाली। बहà¥à¤¤ चरà¥à¤šà¤¿à¤¤à¥¤ जाना पहचाना। यहां गà¥à¤°à¤¾à¤® सà¤à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ दà¥à¤µà¤¾à¤° बताता है कि आप डाॅ. पीतामà¥à¤¬à¤°à¤¦à¤¤à¥à¤¤ […]
Full Story »Posted in Personality | Tagged डी०लिट०, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡, पीतामà¥à¤¬à¤° दतà¥à¤¤ बड़à¥à¤¥à¥à¤µà¤¾à¤², पौड़ी, bhu, first d lit in hindi, pali, pauri, pitambar dutt barthwal, shyam sundar das, uttarakhand | 1 Response
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on July 8, 2020
वंशीधर पाठक ‘जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¥â€™ जी का जनà¥à¤® अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¼à¤¾ जनपद के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾à¤¹à¤¾à¤Ÿ विकासखंड के नहरा, पो. मासर (कफड़ा) गांव में 21 फरवरी 1934 को हà¥à¤†à¥¤ बहà¥à¤¤ छोटी उमà¥à¤° में ही वे अपने पिता के साथ देहरादून चले गये। यही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपनी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚à¤à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की। कà¥à¤› समय बाद वे पिता के साथ दिलà¥à¤²à¥€ चले गये। इसके बाद […]
Full Story »Posted in Personality | Tagged उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤¯à¤£, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡, आकाशवाणी, रेडियो के कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®, दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾à¤¹à¤¾à¤Ÿ, लखनऊ, चारॠतिवारी, वंशीधर पाठक जिगà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥, aakasvani, charu tiwari, dwarahat, jigyasu, lucknow, shimla, uttarakhand, vanshidhar pathak | 2 Responses
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on May 8, 2020
शà¥à¤°à¥€ चनà¥à¤¦à¤° सिंह बसेड़ा का जनà¥à¤® १८à¥à¥¦ के आस-पास पिथौरागढ जिले के à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€à¤—ांव, देवलथल में हà¥à¤† था। अपनी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करने के बाद वह सेना में à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ हो गये थे, उस समय पà¥à¤°à¤¥à¤® विशà¥à¤µ यà¥à¤¦à¥à¤§ लगà¤à¤— अनà¥à¤¤à¤¿à¤® चरण पर था, बà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¤¿à¤¶ सेनायें अनà¥à¤¤à¤¿à¤® दम तक लड़कर जरà¥à¤®à¤¨ और तà¥à¤°à¥à¤• सेनाओं को पछाड़ने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ […]
Full Story »Posted in हमारी बात, Personality | Tagged à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€à¤—ांव, कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤‚ रेजीमेणà¥à¤Ÿ, देवलथल, dewalthal, founder of kumaon regiment, krc, kumaon regiment, kumaon rifels | 11 Responses
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on October 23, 2019
उतà¥à¤¤à¤® सिंह सामनà¥à¤¤ (जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œ अधिकारियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯ कहा गया था) गà¥à¤°à¤¾à¤® उड़ई, देवलथल, जनपद पिथौरागढ़ के रहने वाले थे। इनका जनà¥à¤® १९०८ में हà¥à¤† था। दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ विशà¥à¤µ यà¥à¤¦à¥à¤§ का सूरमा, अपनी शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ का अकेला राजà¤à¤•à¥à¤¤, यà¥à¤¦à¥à¤§ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अपूरà¥à¤µ शौरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ के लिये “मारà¥à¤¶à¤² कà¥à¤°à¤¾à¤¸” और “मिलेटà¥à¤°à¥€ कà¥à¤°à¤¾à¤¸ इन वार” समà¥à¤®à¤¾à¤¨ से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤à¥¤ १६ अपà¥à¤°à¥ˆà¤², […]
Full Story »Posted in Personality | Tagged मिलिटà¥à¤°à¥€ कà¥à¤°à¤¾à¤¸, मारà¥à¤¶à¤² कà¥à¤°à¤¾à¤¸, मेजर बू, आसाम राईफल, देवलथल, दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ विशà¥à¤µ यà¥à¤¦à¥à¤§, पिथौरागढ, aasam rifel, dewalthal, marshal cross, military cross, second world war, uttam singh samant | 2 Responses
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on October 15, 2019
किसी ज़माने में रेडियो सेट से गूà¤à¤œà¤¤à¤¾ ये सà¥à¤µà¤° घर-घर का जाना-पहचाना होता था। ये थे देवकीनंदन पाणà¥à¤¡à¥‡ अपने ज़माने के जाने-माने समाचार वाचक। अपने जीवन काल में ही पाणà¥à¤¡à¥‡à¤œà¥€ समाचार वाचन की à¤à¤• संसà¥à¤¥à¤¾ बन गठथे। उनके समाचार पढ़ने का अंदाज़, उचà¥à¤šà¤¾à¤°à¤£ की शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾, सà¥à¤µà¤° की गंà¤à¥€à¤°à¤¤à¤¾ और गà¥à¤°à¥à¤¤à¤¾ और पà¥à¤°à¤¸à¤‚ग अनà¥à¤°à¥‚प उतार-चढ़ाव […]
Full Story »Posted in Personality | Tagged समाचार वाचक, आकाशवाणी, aakasvani, all india radio, devkinandan pandey, news reader | 1 Response
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on October 15, 2019
डा० डी०डी० पनà¥à¤¤, जिनका पूरा नाम देवी दतà¥à¤¤ पनà¥à¤¤ था, उनका जनà¥à¤® आज के पिथौरागढ जिले के गणाईगंगोली से आगे बनकोट के पास à¤à¤• गांव देवराड़ी पनà¥à¤¤ में 14 अगसà¥à¤¤, 1919 को शà¥à¤°à¥€ अमà¥à¤¬à¤¾ दतà¥à¤¤ पनà¥à¤¤ जी के घर जनà¥à¤® हà¥à¤†à¥¤ इनके पिता à¤à¤• वैदà¥à¤¯ थे, कà¥à¤¶à¤¾à¤—à¥à¤° बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ के पनà¥à¤¤ जी को हाईसà¥à¤•à¥‚ल के लिये […]
Full Story »Posted in Personality | Tagged डी डी पनà¥à¤¤, उकà¥à¤°à¤¾à¤‚द, कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤‚ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, bhu, dd pant, founder president of ukd, kumaon university, photo physics, physicist from uttarakhand, physics, Pithoragarh, ukd, uttarakhand, uttarakhand kranti dal | Leave a response
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on October 14, 2019
उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की विधान सà¤à¤¾ में उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ दल उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ दल से दो बार सदसà¥à¤¯ रहे सà¥à¤µà¥¦ शà¥à¤°à¥€ जसवंत सिंह बिषà¥à¤Ÿ à¤à¤• पà¥à¤°à¤–र समाजवादी वà¥à¤¯à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ थे। इस साल उनकी पà¥à¤£à¥à¤¯à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ पर उनको याद करते हà¥à¤¯à¥‡ उनके अननà¥à¤¯ सहयोगी रहे वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° और समाजसेवी शà¥à¤°à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤® सिंह रावत जी का आलेख गाथा à¤à¤• गांधीवादी […]
Full Story »Posted in हमारी बात | Tagged उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ दल, रानीखेत., जसवनà¥à¤¤ सिंह बिषà¥à¤Ÿ, first mla of ukd, jasvant singh bisht, ranikhet, ukd | Leave a response
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on August 24, 2018
मकर संकà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ का तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° वैसे तो पूरे à¤à¤¾à¤°à¤¤ वरà¥à¤· में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है और यही तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° हमारे देश के अलग-अलग हिसà¥à¤¸à¥‹à¤‚ में अलग-अलग नाम और तरीके से मनाया जाता है। इस तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° को हमारे उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ में “उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤¯à¤£à¥€” के नाम से मनाया जाता है। कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤‚ में यह तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° घà¥à¤˜à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾ के नाम से […]
Full Story »Posted in हमारी बात, Culture | Tagged घूघà¥à¤¤à¥€, घà¥à¤˜à¥‚तिया, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤¯à¤£à¥€, उतà¥à¤¤à¤°à¥ˆà¤£à¥€, कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤‚, बागेशà¥à¤µà¤°, bageshwar, ghughuti, ghughutiya, kumaon, makar sankranti, uttarayani | Leave a response
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on May 14, 2018
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के पहाड़ में पहले खेलों के लिये परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ साधन नहीं थे, बचà¥à¤šà¥‡ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ संसाधनों पर खेल बनाकर खेला करते थे, जो आज पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ नहीं हैं। आज कमà¥à¤ªà¥à¤¯à¥‚टर और सà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿ फोन के यà¥à¤— में यह खेल कहीं खो से गये हैं, लेकिन खेलों में à¤à¥€ पहाड़ की सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ बनी रही है, इस लेख से माधà¥à¤¯à¤® […]
Posted in Culture, Nature | Tagged ठिणी दाबà¥à¤²à¥€, घà¥à¤šà¥à¤šà¥€, अडà¥à¤¡à¥‚, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के लोक खेल, बाघ बकरी, दाणि, पहाड़, पांछ, chucchi, folk games of uttarakhand, thini dabuli, uttarakhand | 2 Responses
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on May 4, 2018
हिनà¥à¤¦à¥‚ मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° हमारे जीवन में सोलह संसà¥à¤•à¤¾à¤° होते हैं, जीवन के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से संबंधित गीत हमारे उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡à¥€ समाज में à¤à¤°à¥‡ पड़े हैं, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शकà¥à¤¨ आंखर, मांगल गीत, फाग या संसà¥à¤•à¤¾à¤° गीत कहा जाता है। जनà¥à¤® से लेकर विवाह तक  नामकरण, छठी, बà¥à¤°à¤¤à¤¬à¤‚द, गणेश वंदना, मातृका पूजन, जनेऊ संसà¥à¤•à¤¾à¤°, कनà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¨ आदि गीत हमारे […]
Posted in हमारी बात, Culture | Tagged संसà¥à¤•à¤¾à¤° गीत, गढवाल, फाग, शकà¥à¤¨ आंखर, मांगल गीत, कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤‚, ceremonial song of uttarakahand, mangal geet, shakun aankhar | 2 Responses
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on March 22, 2018
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की अपनी à¤à¤• समृदà¥à¤§ और गौरवशाली सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ है। किसी à¤à¥€ सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के लिये जरà¥à¤°à¥€ है उनकी सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• गतिविधिया और इनके लिये आवशà¥à¤¯à¤• होते हैं सà¥à¤° और ताल, सà¥à¤° जहां कंठसे निकलते हैं वहीं ताल के लिये वादà¥à¤¯ यंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ होती है। हमारे पà¥à¤°à¤–ों ने सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ सà¥à¤°à¥‹à¤‚ के आधार पर […]
Posted in Culture, Travel | Tagged डौंर, छपेली, मशकबीन, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के लोक वादà¥à¤¯, रणसिंघा, बिणाई, तà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, हà¥à¤¡à¤•à¤¾, जागर, जौंया मà¥à¤°à¥à¤²à¥€, Algoja, hudka, morchang, Musical Instrument of Uttarakhand | 3 Responses
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on February 21, 2018
परà¥à¤µà¤¤à¥€à¤¯ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में आटा पीसने की पनचकà¥à¤•à¥€ का उपयोग अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ है। पानी से चलने के कारण इसे “घट’ या “घराट’ कहते हैं। पनचकà¥à¤•à¤¿à¤¯à¤¾à¤ पà¥à¤°à¤¾à¤¯: सदानीरा नदियों के तट पर बनाई जाती हैं। गूल दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नदी से पानी लेकर उसे लकड़ी के पनाले में पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ किया जाता है जिससे पानी में तेज पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो […]
Posted in Culture, Places | Tagged घराट, घट, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡, पनचकà¥à¤•à¥€, gharat, ghat, pahad, pahar, uttarakhand | 4 Responses
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on October 13, 2010
à¤à¤—वान राम की कथा पर आधारित रामलीला नाटक के मंचन की परंपरा à¤à¤¾à¤°à¤¤ में यà¥à¤—ों से चली आयी है। लोक नाटà¥à¤¯ के रà¥à¤ª में पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ इस रामलीला का देश के विविध पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में अलग अलग तरीकों से मंचन किया जाता है। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ खासकर कà¥à¤®à¤¾à¤¯à¥‚ं अंचल में रामलीला मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¤à¤¯à¤¾ गीत-नाटà¥à¤¯ शैली में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ की जाती है। […]
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By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on September 10, 2010
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ से ही कृषि और पशà¥à¤ªà¤¾à¤²à¤¨ आजीविका का मà¥à¤–à¥à¤¯ सà¥à¤°à¥‹à¤¤ रहा है। जटिल à¤à¥Œà¤—ोलिक परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के कारण वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤‚ नगणà¥à¤¯ थीं, लेकिन कम उपजाऊ जमीन होने के बावजूद कृषि और पशà¥à¤ªà¤¾à¤²à¤¨ ही जीवनयापन के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– आधार थे। आज à¤à¥€ कृषि और पशà¥à¤ªà¤¾à¤²à¤¨ से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ कई पारमà¥à¤ªà¤°à¤¿à¤• लोक परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤à¤‚ और तीज-तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° पहाड़ के […]
Posted in Culture, Events | Tagged खतडà¥à¤µà¤¾, atkintion, bansidhar pathak, deepawali, garhwal, harela, khatarua, khataruwa, kumaon, uttarakhand | 41 Responses
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on August 31, 2010
Uttarakhand is well known for its ancient culture. In its daily life animals, birds, fields all basic amenities of human life is given utmost importance. Gods and Goddess are treated like family members and given a prestigious position in the family people treat Gods and Goddesses as their own and gives them a high and […]
Posted in हमारी बात, Culture | Tagged सातूं, सातों, खेल, गमरा, महेशर, आठूं, बिरà¥à¤¡à¤¼, हिलजातरा, aathon, bageshwar, birud, gamara, gaura, hil jatra, hill jatra, maheshar, maheshwar, Pithoragarh, saton | 20 Responses
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on August 12, 2010
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ à¤à¤• कृषि पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ राजà¥à¤¯ है, आदिकाल से यहां की सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ जल, जंगल और जमीन से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ संसाधनों पर आधारित रही है। जिसकी पà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ यहां के लोक तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° करते हैं, पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और कृषि का यहां के लोक जीवन में बहà¥à¤¤ महतà¥à¤µ है, जिसे यहां की सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ अपने लोक तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¿à¤¤ करती है। […]
Posted in Culture | Tagged chand dynsty, folk festival, folk festivals of uttarakhand, ghee sankrat, ghee tyar, ghyu tyar, girda, kumaon, olagiya, pahad, pahar, sankranti | 17 Responses
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on July 15, 2010
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की समृदà¥à¤§à¤¤à¤¾ के विसà¥à¤¤à¤¾à¤° का कोई अनà¥à¤¤ नहीं है, हमारे पà¥à¤°à¤–ों ने सालों पहले जो तीज-तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° और सामानà¥à¤¯ जीवन के जो नियम बनाये, उनमें उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ और विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ का à¤à¤°à¤ªà¥‚र उपयोग किया था। इसी को चरितारà¥à¤¥ करता उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ का à¤à¤• लोक तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° है-हरेला। हरेले का परà¥à¤µ हमें नई ऋतॠके शà¥à¤°à¥ होने […]
Posted in Culture, Events | Tagged हरेला, aaswin, chaitra, dikare, folk festivals of uttarakhand, garhwal, harela, hariyali, kumaon, nainaital, olgiya, savan, shrawan, uttarakhand | 37 Responses
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on March 9, 2010
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ राजà¥à¤¯ में कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤‚-गढवाल मणà¥à¤¡à¤² के पहाड़ी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° अपनी विशिषà¥à¤Ÿ लोक परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं और तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को कई शताबà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से सहेज रहे हैं| यहाठपà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ कई à¤à¤¸à¥‡ तीज-तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° हैं, जो सिरà¥à¤« इस अंचल में ही मनाये जाते हैं. जैसे कृषि से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° हैं हरेला और फूलदेई, माठपारà¥à¤µà¤¤à¥€ को अपने गाà¤à¤µ की बेटी मानकर उसके मायके […]
Posted in Culture | Tagged basant, bhitauli, chaitra, culture of uttarakhand, folk festival, folk festivals of uttarakhand, ghughuti, kumaon, tradition | 11 Responses
By मà¥à¤¯à¤° पहाड़ on March 8, 2010
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ यूं तो देवà¤à¥‚मि के नाम से दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤° में जाना जाता है, इस सà¥à¤°à¤®à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की à¤à¤• और खासियत यह है कि यहां के निवासी बहà¥à¤¤ ही तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ होते हैं। जटिल परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, रोज à¤à¤• नई परेशानी से रà¥à¤¬à¤°à¥ होने, जंगली जानवरों के आतंक और दैवीय आपदाओं से घिरे रहने के बाद à¤à¥€ यहां […]
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