Uttarakhand Encyclopedia : उत्तराखण्ड ज्ञानकोष अपना उत्तराखण्ड आइये, जाने, समझें और जुडें अपने पहाड़ से, अपने उत्तराखण्ड से मेरा पहाड़ फोरम तब नहीं तो अब गैरसैंण, अब नहीं तो कब गैरसैंण राजधानी से कम मंजूर नहीं

2 responses to “उत्तराखण्ड की लोक क्रीड़ायें”

  1. दाज्यू

    एक फुरफुरी होता था, भांग के सूखे डंठल में कागज का पंखा सा बनाकर किलमोड़े के कांटे से फिक्स किया जाता था और दौडने में वह पंखा चलता था।
    ऐसे ही प्याज के शुरुआती पौधों से पीपरीबाजा भी बनता था।

  2. Upasana

    oh this made me nostalgic

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