हिनà¥à¤¦à¥‚ मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° हमारे जीवन में सोलह संसà¥à¤•à¤¾à¤° होते हैं, जीवन के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से संबंधित गीत हमारे उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡à¥€ समाज में à¤à¤°à¥‡ पड़े हैं, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शकà¥à¤¨ आंखर, मांगल गीत, फाग या संसà¥à¤•à¤¾à¤° गीत कहा जाता है। जनà¥à¤® से लेकर विवाह तक  नामकरण, छठी, बà¥à¤°à¤¤à¤¬à¤‚द, गणेश वंदना, मातृका पूजन, जनेऊ संसà¥à¤•à¤¾à¤°, कनà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¨ आदि गीत हमारे समाज में सà¥à¤¨à¥‡ जाते हैं। ये गीत बिना किसी वादà¥à¤¯ की संगत के महिलाओं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गाये जाते हैं, पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ धà¥à¤¨à¥‡à¤‚ ताल रहित होती हैं। इन गीतों का किसी à¤à¥€ मांगलिक कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में बहà¥à¤¤ महतà¥à¤µ होता है, महिलाओं की टोली को विशेष रà¥à¤ª से इन मांगलिक कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में फ़ाग गाने के लिये बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ जाता है, इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ फगारी à¤à¥€ कहा जाता है। पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ हैं, कà¥à¤› संसà¥à¤•à¤¾à¤° गीत-
शकूना दे, शकà¥à¤¨à¤¾ दे,
काज ये अती नींको सो रंगीलो,
पाटलो आंचली कमलौ को फूल।
सोही फूल मोलावंत, गणेश,
रामीचनà¥à¤¦à¥à¤°, लछीमण, जीवा जन में,
जीवा जन में आदà¥à¤¯à¤¾ अमरॠहोय।
अमरॠहोय, सोही पांटो पैरी रैना,
सिदà¥à¤§à¤¿ बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿, सीता देही, बहà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€,
आई वानà¥à¤¤à¥€ पà¥à¤¤à¥à¤° वानà¥à¤¤à¥€ होय,
सोही फूल मोलवनà¥à¤¤à¥€,
(परिवार के पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के नाम)जीवा जन में आदà¥à¤¯à¤¾ अमरॠहोय,
सोही पाटो पैरी रैना,
सिदà¥à¤§à¤¿-बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ (परिवार की सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के नाम)
किसी à¤à¥€ मांगलिक कारà¥à¤¯ की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ गणेश पूजा से ही की जाती है, गणेश पूजा के समय निमà¥à¤¨ फाग गाया जाता है-
जय जय गणपति, जय जय ठबà¥à¤°à¤¹à¥à¤® सिदà¥à¤§à¤¿ विनायक।
à¤à¤• दंत शà¥à¤à¤•à¤°à¤£, गंवरा के नंदन, मूसा के वाहन॥
सिंदà¥à¤°à¥€ सोहे, अगनि बिना होम नहीं,
बà¥à¤°à¤¹à¥à¤® बिना वेद नहीं,
पà¥à¤¤à¥à¤° धनà¥à¤¯ काजॠकरें, राजॠरचें।
मोतà¥à¤¯à¥‚ं मणिका हिर-चौका पà¥à¤°à¥€à¤¯à¤²à¥ˆ,
तसॠचौखा बैइठाला रामीचनà¥à¤¦à¥à¤° लछीमन विपà¥à¤° ऎ।
जौ लाड़ी सीतादेही, बहà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€, काजà¥à¤•à¤°à¥‡, राजॠरचै॥
फà¥à¤²à¤¨à¥€ है, फालनी है जाइ सिवानà¥à¤¤à¤¿ ऎ।
फूल बà¥à¤¯à¥‚णी लà¥à¤¯à¤¾à¤²à¥‹ बालो आपूं रà¥à¤ªà¥€ बान ऎ॥
मातृका पूजन के समय गाये जाने वाला मंगल गीत
कै रे लोक उबजनी नाराइन पूत �
कै रे लोक उबजनी माई मतà¥à¤° देव à¤?
नाराइनी कोख अबजनी माई मातà¥à¤° देव à¤à¥¤
माथी लोके उबजनी माई मातà¥à¤° देव à¤à¥¥
कौसलà¥à¤¯à¤¾ रांणि कोखि, सà¥à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤°à¤¾ रांणि कोखि,
उबजनी रामीचनà¥à¤¦à¥à¤°, लछीमणे पूत à¤à¥¤
माथी लोके उबजनी माई मातà¥à¤° देव à¤,
सीतादेहि कोखी, बहूरांणि कोखी उबजनीं।
लव-कà¥à¤¶ पूत à¤à¥¤ बालकै सहोदरै पूत à¤à¥¤
माथी लोकै उबजनीं माई मातà¥à¤° देव à¤à¥¤
दूलाहिण कोखी, बहूरांणि कोखी उबजनी,
बालकै सहोदरे पूत à¤à¥¥
जà¥à¤¯à¥‚ंति पूजा के समय गाये जाने वाला संसà¥à¤•à¤¾à¤° गीत
मेरा ममा का कंस राजा का, जà¥à¥Ÿà¥‹à¤‚ति की पूजा
वै रे चैइनीं मोषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¤¾ फूल।
उति को उठो बालो मेरी बारà¥à¥œà¥€ का घर।
बणै दे बारà¥à¥œà¥€ बांस पिटारी,
उतिको उठो बालो मेरी à¤à¤à¥œà¤¿ का घर,
बणैं दे इजू छही जà¥à¤¯à¥‚ंनार।
हमॠले जांणों छ चौ गंग पार॥
आहो à¤à¤¾à¤‚णिजा, लà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥‹ à¤à¤¾à¤‚णिजा,
मोषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¤¾ फà¥à¤² लà¥à¤¯à¤¾à¥¤
मेरा ममा का कंस…….
कà¥à¤µà¥‡ तà¥à¤µà¥‡ बाबा रे बाटो बतालौ?
को तà¥à¤µà¥‡ बाबा रे जमà¥à¤¨à¤¾ लैखलो,
आंखा जोड़ी बाटा बताओ,
जंघा जोड़ी जमà¥à¤¨à¤¾ तैराला।
उति को उठो बालो मेरो नागिणीं का घर।
वà¥à¤¯à¥à¤‚जा नागिणीं नाग आपणो।
मेरा ममा का…..
की तू बाबा रे मोसà¥à¤¯à¤¾à¤‚णी लेछपाणीं कि,
तू बाबा रे जà¥à¤µà¥‹ को हारीया,
कि तू बाबा रे बाटो को à¤à¥à¤²à¤¿à¤¯à¤¾,
ना मैं नागिणी मौसà¥à¤¯à¤¾à¤£à¥€ ढोछयाणीं,
नामैं नागिणो बाटो को à¤à¥à¤²à¤¿à¤¯à¤¾,
मेरा ममा का…..
ली जा बाबा रे à¤à¤¡à¤¿à¤¼à¤¯à¤¾ पाडि़या लीजा,
बाबा रे धरति चडिया,
नीली जूनागिणी à¤à¤‚डीया,
पडि़या नी लीजू नागिणी धरति,
चडि़या नीका à¤à¤²à¤¾ नीका,
à¤à¤²à¤¾ कोरंगी à¤à¤°à¥à¤²à¤¾à¥¤
निमंतà¥à¤°à¤£ गीत
जा रे à¤à¤‚वरिया पितरों का देश-पितरों का दà¥à¤µà¤¾à¤° à¤,
को रे होलो पितरों का देश, पितरों का दà¥à¤µà¤¾à¤° à¤?
आधा सरग चनà¥à¤¦à¥à¤° सà¥à¤°à¥€à¤œ, आधा सरग पितरों का दà¥à¤µà¤¾à¤° à¤à¥¤
सरग तैं पà¥à¤›à¤¨à¤¾ छन दशरथ जà¥à¥Ÿà¥‚ à¤à¥¤
की रे पूत ले, पूत नांति लै, की रे बहà¥à¤µà¥‡ ले दिवायो छ नà¥à¤¯à¥‚ंतो, बà¥à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ उछव?
जो रे तà¥à¤®à¥‡à¤‚ लै नाना छीना दूददोया,
नेतà¥à¤° पोछा घृतमाला अमृत सींचा,
उं रे तà¥à¤®à¥‡à¤‚ ले à¤à¤²à¤¾ घरे की, à¤à¤²à¤¾ वसै की सीतादेहिं आंणी, बहà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€à¤‚ आणी,
जीरो पूतो-पूतो, नातियां लाख बरीख,
तà¥à¤®à¤°à¥€ सोहागिनी जनम आइवांती जनम पà¥à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤µà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥€ à¤à¥¥
विवाह के अवसर पर à¤à¤‚वरे को पितृलोक में पितरों को निमंतà¥à¤°à¤£ देने के लिये इस गीत में कहा जा रहा है।
विवाहोतà¥à¤¸à¤µ का निमंतà¥à¤°à¤£ गीत
सूवा रे सूवा, बणखंडी सूवा हरीयो तेरो गात,
पिंगल तेरो ठून, तू सूवा नगरी को नà¥à¤¯à¥Œà¤¤ दी आ,
नौं न पछà¥à¤¯à¤¾à¤£à¤¨à¥à¤¯à¥‚, गों नि पछà¥à¤¯à¤¾à¤£à¤¨à¥à¥Ÿà¥‚ं, के घर के नारि नà¥à¤¯à¥‚ंतो,
अघिल आधिबाड़ी, पछिल फà¥à¤²à¤µà¤¾à¥œà¥€, वी घर वी नारि नà¥à¤¯à¥‚ंतो,
चौं दिस गौं छ, सà¥à¤à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤¦à¥‡à¤¹à¤¿ नौं छ, वी का पà¥à¤°à¥à¤· को अरजà¥à¤¨ नौं छ,
वी घर वी नारि नà¥à¤¯à¥‚ंतो।
चौं दिस गौं छ, बहिनी देहि नौं छ, वी का पà¥à¤°à¥à¤· को बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤¨ नौं छ,
वी घर वी नारि नà¥à¤¯à¥‚ंतो।
अघिल आधिबाड़ी, पछिल फà¥à¤²à¤¬à¤¾à¥œà¥€ आ बेटी खिलकणी मैत,
हाथ छ बेला, गोद छ चेला, आ बेटी खलकणी मैत॥
विवाह के अवसर पर गांव में सबको निमंतà¥à¤°à¤£ देने के लिये सूवा (तोता) पकà¥à¤·à¥€ को माधà¥à¤¯à¤® बनाया जा रहा है।
मांगलिक कारà¥à¤¯ की सायंकाल को गाये जाना वाला मांगल गीत
सांठपड़ी, सांठवाली पायां चलिन à¤à¤¨
आस-पास मोतà¥à¤¯à¥‚ं हार बीच चलिन गंगा,
लछिमि पूंछछिन अपनं सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿ नाराइन,
इनà¥à¤‚ घरि काहि बधाई। इनॠघर आनंद बधाई॥
रामीचंदà¥à¤° घरै, घरै सांठको दीयो जगायो,
सीतादेही, बहूरांणी जनम आइवांती।
इनरे बहà¥à¤…न की शोà¤à¤£ कोख à¤,
जाग हो दियड़ा इनॠघरि आज की राति à¤à¥¤
अगर चंदन को दीयड़ा, कपूर सारी बाति à¤,
जाग हो दियड़ा इनà¥à¤‚ घर सà¥à¤²à¤šà¥à¤›à¤¿à¤£à¥€ राति à¤à¥¥
यह गीत नामकरण, छठी और विवाह के शà¥à¤ अवसर पर सांधà¥à¤¯ वेला में गाया जाता है] जिसमें दीपक से सारी रात जलते रहने की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की जाती है।
छठी तथा नामकरण का मांगल गीत
तà¥à¤® रामी चंदà¥à¤° लछीमण कवन के तà¥à¤® पूत,
तà¥à¤® कवन माà¤à¤²à¤¿ ले उर धरौ?
तà¥à¤® कवन बहीनों को à¤à¤¾à¤ˆ लो?
हम रामीचंदà¥à¤° लछीमण दशरथ के पूत,
मेरि माई कौसिलà¥à¤¯ रांणि लै,
मेरि माई सà¥à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤°à¤¾ रांणि लै उर धरो।
उर धरौ है लला दस मास, मेरि बहिनां सà¥à¤à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤¦à¥‡à¤¹à¤¿ को माठलै,
हम लव कà¥à¤¶, रामी चंदà¥à¤° के पूत,
मेरि माई सीतादेहि लै,
बहूरांणि लै उर धरौ।
उर धरौ है लला दस मास, मेरि बहिनां बहिनीं देहि को माठलै॥
यह गीत नवजात शिशॠके नामकरण और छठी संसà¥à¤•à¤¾à¤° पर गाया जाता है। शिशà¥à¤“ं को पà¥à¤°à¤¥à¤® राम-लकà¥à¤·à¥à¤®à¤£ पीछे लव-कà¥à¤¶ संबोधित कर पूछा जाता है कि वे किस माता की कोख में हà¥à¤¯à¥‡ और इसका उतà¥à¤¤à¤° शिशà¥à¤“ं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दिलवाया जाता है।
मांगलिक कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के समय गाया जाने वाला गीत
उमटण दइठमइठमैल छूटाइये,
गंगा जमà¥à¤¨à¤¾ मिलि आठतो बालौ नवाइà¤, कलेस मराइà¤,
à¤à¤¾à¤ˆ बहिनीं मिलि आठतो नवाइà¤,
हलदी के घर जाओ तो हलद मौलाइà¤,
तेली के घर जावो तो तेल मौलाइà¤,
कà¥à¤®à¤•à¥à¤® केसर परिमल अंग सà¥à¤¹à¤¾à¤‡à¤,
किन ठउ पंडित ले हलद मौलाइ,
तो हलद की शोà¤à¤¾ à¤,
किन ठउ सोहागिलि लै घोटा घोटाइ,
तो हलद रंगीलो।
किन ठउ पहिरन जोगà¥à¤¯ तो हलद की शोà¤à¤¾ à¤à¥¤
रामीचंदà¥à¤°, लछीमण हलद मोलाइ तो हलद की शोà¤à¤¾ à¤à¥¤
सीता देहि लै, बहूरांणि लै हलद घौटाई, तो हलद कि शोà¤à¤¾ à¤à¥¤
लव कà¥à¤¶ पहिरन जोगà¥à¤¯, तो हलद की शोà¤à¤¾ à¤à¥¥
बà¥à¤°à¤¤ बंध, विवाह आदि में नहलाते समय यह गीत गाया जाता है।
बà¥à¤°à¤¤à¤¬à¤‚द (जनेऊ संसà¥à¤•à¤¾à¤°) के समय गाया जाने वाला मांगलिक गीत
लला नारींग रस लà¥à¤¯à¥ˆ दे जामीर फल लà¥à¤¯à¥ˆ दे,
नारींग हूं जिया करे
à¤à¥Œà¤œà¥€ नारींग कसी लà¥à¤¯à¥‚ं, जामीर कसी लà¥à¤¯à¥‚ं,
नारींग हूं पहरा धरे,
तà¥à¤®à¤° बाबजà¥à¤¯à¥‚ का बाग-बगीचा,
मैयà¥à¤¯à¤¾ की हैंसियां फà¥à¤² बाड़ियां,
लà¥à¤¦à¥€ रई बोट हजार, नारींगा…….
तà¥à¤®à¤° ससà¥à¤° जà¥à¤¯à¥‚ का माली महेनà¥à¤¦à¥à¤°,
सैयà¥à¤¯à¤¾à¤‚ का चौकीदार मà¥à¤šà¥à¤›à¤¨à¥à¤¦à¤°,
लाठी ली बैठियां छन पार, नारींग कस लà¥à¤¯à¥‚ं।
à¤à¥Œà¤œà¥à¤¯à¥‚ नारींग में रस नी à¤à¤°à¤¿à¤¨,
नारींग को आजी रंग नी गरिणो,
हरिया पातलन है रीं डाल,
नारींग कसीं लà¥à¤¯à¥‚ं,
à¤à¥ˆà¤¯à¥à¤¯à¤¾ ते मांगो पैसा रà¥à¤ªà¤¯à¤¾,
तà¥à¤® लाला नाचो ताता थैईयां,
दौड़ी जाओ हाट बाजार,
नारींग हूम जिया करे।
बौजी छ मेरी के à¤à¤²à¥€ बाना,
सासॠननद की हाथ की चाना,
चोरी खांची खटई अचार,
नारींग कसी लà¥à¤¯à¥‚ं।
नंददेवी मैल दिखै दयूंलो,
चरख में लला बैठाई दयूंलो,
बाजा बैलून लà¥à¤¯à¥‚ंलो चार,
नारींग हूं जिया करे।
आपौं हूं दà¥à¤²à¥à¤¹-दà¥à¤²à¥à¤¹à¤¿à¤£à¥€,
शैणी à¤à¤¿à¤·à¥Œà¤£à¥€ मैकणी नी चैनी,
आपणों त खेल हजार,
नारींग कसी लà¥à¥Ÿà¥‚ं।
à¤à¤¾à¤à¥€ और देवर में वारà¥à¤¤à¤¾à¤²à¤¾à¤ª चल रहा है, à¤à¤¾à¤à¥€ देवर से संतरे लाने को कहती है और देवर न लाने के बहाने ढूंढता है…..सामानà¥à¤¯ चà¥à¤¹à¤² लोकगीत के माधà¥à¤¯à¤® से।
बारात के पहà¥à¤‚चने पर गाया जाने वाला मंगल गीत
जब ही महाराजा देश में आà¤,
देश में धूम मचाà¤, हो मथà¥à¤°à¤¾ के हो वासी,
जोशी जà¥à¤¯à¥‚ लगन में आईयो, हो मथà¥à¤°à¤¾ के हो वासी,
जब ही महाराजा अंगना में आà¤, अंगना में धूम मचाइà¤,
हो मथà¥à¤°à¤¾ के हो वासी।
बà¥à¤‡à¤¯à¤¾ चौख ले à¤à¤¯à¥‹, शंख घंट सबद सà¥à¤£à¤‡à¤¯à¥‹,
अंगना सà¥à¤‚ चौक पà¥à¤°à¥ˆà¤¯à¥‹, बहिनियां रोचन लà¥à¤¯à¤‡à¤¯à¥‹,
विरामन वेद पà¥à¤‡à¤¯à¥‹, हो मथà¥à¤°à¤¾ के हो वासी।
शà¥à¤à¥à¤°à¤£ कलश à¤à¤°à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ हो, मथà¥à¤°à¤¾ के हो वासी,
तमोलिनी बीड़ा ले आईयो, हलà¥à¤µà¤¾à¤ˆà¤¨à¤¿ सीनिं ले अइयो,
मलिनि फà¥à¤² ले अइयो, हो मथà¥à¤°à¤¾ के हो वासी,
बजनियां बाजा बजइयो, गहमह बाजा बजइयो,
हो मथà¥à¤°à¤¾ के हो वासी।
बारात के घर पहà¥à¤‚चने पर यह मंगल गीत गाया जाता है।
गोधूलि बेला गीत
कैकें दà¥à¤¯à¥‚ं मैं धूलि अरघ तो को रे बेवइया?
जैका सिर में मà¥à¤•à¥à¤Ÿ होलो मन रइया,
वी दà¥à¤¯à¥‚ं मैं धूलि अरघ तो वी रे बेवइया।
जैका सिर महिं सिहरा होलो मन रइया,
वी दà¥à¤¯à¥‚ं मैं धूलि अरघ तो वी रे बेवइया।
जैका कान कà¥à¤‚डल होला मन रइया,
वी दà¥à¤¯à¥‚ं मैं धूलि अरघ तो वी रे बेवइया।
जैका कंध दà¥à¤¸à¤¾à¤²à¤¾ होलो मन रइया,
वी दà¥à¤¯à¥‚ं मैं धूलि अरघ तो वी रे बेवइया।
जैका गलहिं में कंठा होलो मन रइया,
वी दà¥à¤¯à¥‚ं मैं धूलि अरघ तो वी रे बेवइया।
जैका हाथ अंगà¥à¤ ि होलो मन रइया,
वी दà¥à¤¯à¥‚ं मैं धूलि अरघ तो वी रे बेवइया।
जैका तल हि में घोड़ा होलो मन रइया,
वी दà¥à¤¯à¥‚ं मैं धूलि अरघ तो वी रे बेवइया।
यह गोधूलि बेला का गीत है, जिसके सिर पर मà¥à¤•à¥à¤Ÿ, सिहरा कान में कà¥à¤‚दल आदि होगा, वही दूलà¥à¤¹à¤¾ होगा और उसी को धूलिअरà¥à¤˜ दी जायेगी। बारात के पहà¥à¤‚चने पर सबसे पहली रसà¥à¤® यही की जाती है।
छोली बांटते समय गाया जाने वाला मंगल गीत
बरॠतेरो आयो तà¥à¤µà¥€ सौ कीया-कीया लà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹?
दाख दाडि़म बबजà¥à¤¯à¥ छोली à¤à¤°à¥€ लà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹à¥¤
नींमॠनारिंग बबजà¥à¤¯à¥ छोली à¤à¤°à¥€ लà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹,
माथै की बिंदी बबजà¥à¤¯à¥ छोली à¤à¤°à¥€ लà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹à¥¤
नाक की नथà¥à¤²à¥‡ बबजà¥à¤¯à¥ छोली à¤à¤°à¥€ लà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹,
बालि की नथà¥à¤²à¤¿ बबजà¥à¤¯à¥ छोली à¤à¤°à¥€ लà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹à¥¤
माला और तोड़ा बबजà¥à¤¯à¥ छोली à¤à¤°à¥€ लà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹,
हाथ सà¥à¤‚ चूड़ी बबजà¥à¤¯à¥ छोली à¤à¤°à¥€ लà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹
पहà¥à¤‚ची खड़ेवा बबजà¥à¤¯à¥ छोली à¤à¤°à¥€ लà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹à¥¤
लछा à¤à¤¾à¤‚वर बबजà¥à¤¯à¥ छोली à¤à¤°à¥€ लà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹,
घाघरा पिछौड़ी बबजà¥à¤¯à¥ छोली à¤à¤°à¥€ लà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹à¥¥
छोली बांटते समय यह गीत गाया जाता है, बर पकà¥à¤· की ओर से जो à¤à¥€ सामान लाया जाता है, उसे छोली कहा जाता है, इस गीत में बताया जा रहा है कि छोली में कà¥à¤¯à¤¾-कà¥à¤¯à¤¾ सामान आया है।
कनà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¨ के उपरांत का गीत
को ठउ जà¥à¤¹à¤°à¤¾ जà¥à¤µà¤¾ खेलिये?
को ठउ जà¥à¤¹à¤°à¤¾ जà¥à¤µà¤¾ जीतिये?
को ठउ जà¥à¤¹à¤°à¤¾ जà¥à¤µà¤¾ हारिà¤?
को ठउ जà¥à¤¹à¤°à¤¾ जà¥à¤µà¤¾ जीतिà¤?
जनक जà¥à¤¹à¤°à¤¾ जà¥à¤† हारिà¤,
रामीचंदà¥à¤° जà¥à¤¹à¤°à¤¾ जà¥à¤µà¤¾ जीतिà¤à¥¤
तौलिन हारौ, सैयां मेरो कसेरिन हारो।
मेरि ललनिंया, दà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾ पिलनियां,
गोद खेलनियां कै तà¥à¤® हारो?
थालिन हारो पिया मेरो कटोरिन हारो,
मेरि ललनियां गोद खेलनियां,
गà¥à¥œà¤¿à¤¯à¤¾ खेलनियां कै तà¥à¤® हारो?
गडà¥à¤µà¤¨ हारो, सइयां मेरा लोटन हारो।
मेरि ललनियां. गà¥à¥œà¤¿à¤¯à¤¾ खेलनियां,
छाजो बैठनियां कै तà¥à¤® हारो?
तौसक हारो, पिया मेरे तकियन हारो,
लिहाफन हारो सइयां मेरे गददन हारो॥
कनà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¨ के उपरांत यह गीत गाया जाता है, पतà¥à¤¨à¥€ पति से रोष में पूछती है कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसकी लाडली बेटी को दांव पर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ लगा दिया।
विदाई गीत
काहे कि छोडूं मैं à¤à¤œà¤¨à¤¿ पैंजनि,
काहे की लंबी कोख �
बाबॠकि छोडूं मैं à¤à¤œà¤¨à¤¿ पैंजनि,
माई की लंबी कोख à¤à¥¤
काहे को छोडूं मैं हिल मिल चादर,
काहे को राम रसोई à¤à¥¤
à¤à¤¾à¤ˆ कि छोडूं मैं हिल मिल चादर,
à¤à¤¾à¤à¤¿ की राम रसोठà¤à¥¤
छोटे-छोटे à¤à¤¾à¤‡à¤¨ पकड़ि पलकिया,
हमरि बहिन कहां जाइ à¤à¥¤
छोड़ो-छोड़ो à¤à¤¾à¤ˆ हमरि पलकिया,
हम परदेसिन लोक à¤à¥¤
जैसे जंगल की चिड़िया बोले,
रात बसें दिन उड़ि चलै।
वैसे बाबà¥à¤² घर हम छिप सोयें,
रात बसैं दिन उड़ि चलैं।
बाबà¥à¤² घर छाड़ि ससà¥à¤° का देस,
छाड़ो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‹ देस à¤à¥¤
à¤à¤¾à¤‡à¤¨ घर छाड़ि जेठका देस,
छाड़ो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‹ देस à¤à¥¤
माइन कहे बेटि नित उठि अइयो,
बाबॠकहैं छट मास में,
à¤à¤¾à¤ˆ कहे बैना काज पड़ोसन,
à¤à¤¾à¤à¤¿ कहे कà¥à¤¯à¤¾ काज à¤à¥¥
यह गीत लड़की के विदा होते समय गाया जाता है, इसमें मां-बाप, à¤à¤¾à¤ˆ-बहिन को छोड़ ससà¥à¤°à¤¾à¤² जाती हà¥à¤ˆ बेटी और उसके संबंधियों का दà¥à¤ƒà¤– वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤Â होता है।
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ को यूं ही देवà¤à¥‚मि नहीं कहा जाता, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ में देवता आराधà¥à¤¯ तो हैं ही, इसके साथ ही उनसे लोगों की à¤à¤• विशेष आतà¥à¤®à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ जà¥à¥à¥œà¥€ रहती है। अपने काज-बार में वे देवताओं को à¤à¥€ आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ करना नहीं à¤à¥‚लते…पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ शकà¥à¤¨à¤¾à¤†à¤‚खर में घर की महिला देवताओं से साथ काज में सहà¤à¤¾à¤—ी सà¤à¥€ कारकों को बà¥à¤²à¤¾ रही है।
समाये, बंधाये नà¥à¤¯à¥‚तिये,
पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤¹à¤¿ नà¥à¤¯à¥‚तू में सूरज, किरणन को अधिकार,
सनà¥à¤§à¥à¤¯à¤¾ नà¥à¥Ÿà¥‚तू में चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤®à¤¾, तारन को अधिकार।
बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾-विषà¥à¤£à¥ नà¥à¤¯à¥‚तूं, मैं काज सों, बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾-विषà¥à¤£à¥ सृषà¥à¤Ÿà¤¿ रचाय,
गणपति नà¥à¤¯à¥‚तà¥à¤‚ मैं काज सों, गणपति सिदà¥à¤§à¤¿ ले आय।
बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ नà¥à¤¯à¥‚ंतूं मैं काज सों, बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ वेद पà¥à¤¾à¤¯à¥‡,
कमिनी नà¥à¤¯à¥‚तूं मैं काज सों, कामिनी दीयो जगाय,
सà¥à¤¹à¤¾à¤—िनी नà¥à¤¯à¥‚तूम मैं काज सों,सà¥à¤¹à¤¾à¤—िनी मंगल गाय,
शंख-घंट नà¥à¤¯à¥‚तूम मैं काज सों, शंख-घंट शबद सà¥à¤¨à¤¾à¤¯,
मालिनि नà¥à¤¯à¥‚तूं मैं काज सों, मालिनि फूल ले आय,
कà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤¨à¤¿ नà¥à¤¯à¥‚तूं मैं काज सों, कà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤¨à¤¿ कलश ले आय,
अहिरिनी नà¥à¤¯à¥‚तूं मैं काज सों, अहिरनी दूध ले आय,
धिवरनी नà¥à¤¯à¥‚तूं मैं काज सों, धिवरनी शकà¥à¤¨ ले आय,
गà¥à¤œà¤°à¤¿à¤¨à¥€ नà¥à¤¯à¥‚तूं मैं काज सो, गà¥à¤œà¤°à¤¿à¤¨à¥€ दइया ले आय,
बहिनिया नà¥à¤¯à¥‚ंतूं मैं काज सों, बहिनिया रोचन ले आय,
बानà¥à¤§à¤µ नà¥à¤¯à¥‚तूं मैं काज सों, बानà¥à¤§à¤µ शोà¤à¤¾ बà¥à¤¾à¤¯,
बà¥à¤‡à¤¯à¤¾ नà¥à¤¯à¥‚तूम मैं काज सों, बà¥à¤‡à¤¯à¤¾ चौकी ले आय,
बजनिया नà¥à¤¯à¥‚तूम मैं काज सों, बजनिया बाजा ले आय,
समाये बधाये नà¥à¤¯à¥‚तिये,
आंगनी धाई बà¥à¤¾à¤ˆ, सब दिन होवेंगे काज, दिन-दिन होवेंगे,
काज, समाये बधाये नà¥à¥Ÿà¥‚तिये।
इस शकà¥à¤¨ आंखर में à¤à¤• नारि à¤à¤• तोते के माधà¥à¤¯à¤® से सीता, राधा और सà¥à¤à¤¦à¥à¤°à¤¾ को अपने काज में आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ कर रही है। तोते को घर और गांव का नाम मालूम नहीं है, सो महिला कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤¨à¥€ बोली में ही उसे महिला, उसके पति का नाम, उसके घर की पहचान और गांव का नाम बता रही है।
शà¥à¤µà¤¾ रे शà¥à¤µà¤¾, वनखणà¥à¤¡à¥€ शà¥à¤µà¤¾,
जा शà¥à¤µà¤¾ नगरिन नà¥à¤¯à¥‚त दि आ।
हरिया तेरो गात, पिंगली तेरो ठून,
ललांगि तेरी खाप, रतनारी आंखी,
नजर तेरि बांकि, तू जा रे शà¥à¤µà¤¾ नगरिन नà¥à¤¯à¥‚त दि आ॥
नौं नी जाणनà¥à¤¯à¥‚ मैं, गौं नी जाणनà¥à¤¯à¥‚,
कै घर, कै नारि नà¥à¤¯à¥‚त दि ऊं?
सीतादेई नौ छ, जनकपà¥à¤° गौंछ,
तैक सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿ कणि रामीचनà¥à¤¦à¥à¤° नौं छ।
अघिल अघिवाड़ी, पछिल फà¥à¤²à¤µà¤¾à¤°à¥€,
तू तै घर तै, नारि नà¥à¤¯à¥‚त दि आ।
नौं नी जाणनà¥à¤¯à¥‚ मैं, गौं नी जाणनà¥à¤¯à¥‚,
कै घर, कै नारि नà¥à¤¯à¥‚त दि ऊं?
राधादेई नौं छ, मथà¥à¤°à¤¾ तैं को गौं छ,
तैक सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿ कण, शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ नौं छ।
अघिल अघवाड़ी, पछिल फà¥à¤²à¤µà¤¾à¥œà¥€,
तू तै घर, तै नारि नà¥à¤¯à¥‚त दि आ॥
नौं नी जाणनà¥à¤¯à¥‚ मैं, गौं नी जाणनà¥à¤¯à¥‚,
कै घर, कै नारि नà¥à¤¯à¥‚त दि ऊं?
सà¥à¤à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤¦à¥‡à¤µà¥€ नौ छ, हसà¥à¤¤à¤¿à¤¨à¤¾à¤ªà¥à¤° गौं छ,
तैक सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿ कणि अरà¥à¤œà¥à¤¨ नौं छ,
अघिल अघवाड़ी, पछिल फà¥à¤²à¤µà¤¾à¥œà¤¿,
तू तै घर, तै नाति नà¥à¤¯à¥‚त दि आ॥
नामकरण हेतॠशकà¥à¤¨ आंखर
आज बाजी रहे, बाजा बाज रहे,
रामीचनà¥à¤¦à¥à¤° दरबार, लछीमन दरबार।
बधाईया रातों ठबाज बाजिये राति à¤,
तू उठरानी बहà¥à¤†, सीता देहि बहà¥à¤†,
बहà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ ओढो, दकà¥à¤·à¤¿à¤£ को चीर, à¤
हम तो ओढे़ रहे, हम तो पैरि रहे,
अपने बाबà¥à¤² पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦, ससà¥à¤° दरबार, पà¥à¤°à¤¿à¤¯ परसाद,
लला के काज, संयà¥à¤¯à¤¾à¤‚ के राज, बलम दरबार,
बधाईयां राती à¤, ठसोहाई है रातो à¤,
बचà¥à¤šà¥‡ को नामकरन के दिन पà¥à¤°à¤¥à¤® सूरà¥à¤¯ दरà¥à¤¶à¤¨ कराया जाता है, इस अवसर पर निमà¥à¤¨ शकà¥à¤¨ आंखर गाया जाता है-
अपना पलना, अपना पलना,
अपना पलना, हसà¥à¤¤à¥€ घोड़ा,
हम जानू, हम जानू,
बबजà¥à¤¯à¥‚ मेरा, ककà¥à¤œà¥à¤¯à¥‚ मेरा,
मेरा सूरिज जà¥à¤¹à¤¾à¤°à¤,
बाला की, à¤à¤¾à¤ˆ बाला की माई,
हरखि, निरखि,
हम जानू, हम जानू बबजà¥à¤¯à¥‚,
ककजà¥à¤¯à¥‚ मेरा, सà¥à¤°à¤¿à¤œ जà¥à¤¹à¤¾à¤°à¤à¥¤
सूरà¥à¤¯ दरà¥à¤¶à¤¨ के समय गाये जाना वाला शकà¥à¤¨ आंखर
लिपि घैंसी, अंगना में,
पà¥à¤°à¥€ हाला चौकी,
तसॠचौका बैठाल पंडित जà¥à¤¯à¥‚,
रामीचनà¥à¤¦à¥à¤° पंडित लछीमन,
आन ठपाट,
बà¥à¤£à¥ˆ हाली डोरी,
तसॠडोरा पैरली सीता देही,
सà¥à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤°à¤¾ देही, बहà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€,
आजॠबधावन नगरी सà¥à¤¹à¤¾à¤µà¤¨à¥¤
Supar mera uttarakand
à¤à¤² च बल