उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की लोक कà¥à¤°à¥€à¥œà¤¾à¤¯à¥‡à¤‚
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के पहाड़ में पहले खेलों के लिये परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ साधन नहीं थे, बचà¥à¤šà¥‡ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ संसाधनों पर खेल बनाकर खेला करते थे, जो आज पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ नहीं हैं। आज कमà¥à¤ªà¥à¤¯à¥‚टर और सà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿ फोन के यà¥à¤— में यह खेल कहीं खो से गये हैं, लेकिन खेलों में à¤à¥€ पहाड़ की सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ बनी रही है, इस लेख से माधà¥à¤¯à¤® […]