ये आकाशवाणी है , अब आप देवकीनंदन पाणà¥à¤¡à¥‡ से समाचार सà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥‡
किसी ज़माने में रेडियो सेट से गूà¤à¤œà¤¤à¤¾ ये सà¥à¤µà¤° घर-घर का जाना-पहचाना होता था। ये थे देवकीनंदन पाणà¥à¤¡à¥‡ अपने ज़माने के जाने-माने समाचार वाचक। अपने जीवन काल में ही पाणà¥à¤¡à¥‡à¤œà¥€ समाचार वाचन की à¤à¤• संसà¥à¤¥à¤¾ बन गठथे। उनके समाचार पढ़ने का अंदाज़, उचà¥à¤šà¤¾à¤°à¤£ की शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾, सà¥à¤µà¤° की गंà¤à¥€à¤°à¤¤à¤¾ और गà¥à¤°à¥à¤¤à¤¾ और पà¥à¤°à¤¸à¤‚ग अनà¥à¤°à¥‚प उतार-चढ़ाव […]