Uttarakhand Encyclopedia : उत्तराखण्ड ज्ञानकोष अपना उत्तराखण्ड आइये, जाने, समझें और जुडें अपने पहाड़ से, अपने उत्तराखण्ड से मेरा पहाड़ फोरम तब नहीं तो अब गैरसैंण, अब नहीं तो कब गैरसैंण राजधानी से कम मंजूर नहीं

6 responses to “2nd September 1994, Another Black Day of Uttarakhand”

  1. Hem Pant

    मसूरी गोलीकाण्ड के अमर शहीदों को हमारी अश्रुपूर्ण श्रद्धांजली…

    खटीमा-मसूरी के शहीदों हम शर्मिन्दा हैं
    तुम्हारे सपने अभी अधूरे हैं, तुम्हारे कातिल अभी जिन्दा हैं….

  2. अड़्याट

    मसुरी गोलीकाण्ड के शहीदों को शत-शत नमन, अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि

    खटीमा-मसूरी के कातिलों को, गोली मारो सालों को।

  3. जगरिया

    aap sab shaheedo ko hamra shat-shat naman
    ham sarminda hai ki aaj bhi aapke katil khule ghum rahe hai aur aapke sapano ka Uttarakhand aaj bhi nahi ban paya|
    lekin ham prayas karenge, aapki shahadat vyarth nahi jayegi,
    jay Uttarakhand

  4. हुक्का बू

    हम ना रोये,
    हमारी आत्मा रोई,
    जब तुम्हारा कातिल,
    तुम्हारे ही घर में,
    वी०आई०पी० बना घूमा।
    हम शर्मिन्दा हैं,
    क्योंकि हममें तुम्हारे जैसा,
    दूसरों के लिये मर जाने,
    जैसा साहस और जज्बा,
    शायद नहीं है।
    लेकिन अब उत्तराखण्ड,
    जाग रहा है,
    शायद कुछ तो जाग भी चुके हैं,
    अब हम जबाब लेंगे, हिसाब लेंगे,
    खून तो खून, आपके पसीने का भी हिसाब लेंगे।
    जय उत्तराखण्ड।

  5. पंकज सिंह महर

    शत शत नमन अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि।

    आपके बलिदान के लिये पूरा उत्तराखण्ड आपका आजन्म आभारी रहेगा। इस ऋण से हम कभी उऋण नहीं हो पायेंगे।

  6. ajay singh

    jab bhi mauka mila, aapki shahadat ka badla liya jayega.

    jai maa bhagwati.

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