अशोक मलà¥à¤² उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡à¥€ सिनेमा का à¤à¤• जाना माना नाम है। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡à¥€ सिनेमा के शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ से वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ तक अशोक मलà¥à¤² ने जो तपसà¥à¤¯à¤¾ की, वह अतà¥à¤²à¤¨à¥€à¤¯ है। 17 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर, 1958 को पिथौरागढ के धपड़पटà¥à¤Ÿà¤¾ में शà¥à¤°à¥€ मोहन सिंह मलà¥à¤² और शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤•à¤²à¤¾ देवी जी के घर में इनका जनà¥à¤® हà¥à¤†à¥¤ मिशन इणà¥à¤Ÿà¤° कालेज, पिथौरागढ से इणà¥à¤Ÿà¤° करने के बाद इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤‚ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ से à¤à¤®à¥¦à¤à¥¦ किया और उसके बाद फौज में à¤à¤°à¤¤à¥€ हो गये। पैरा रेजीमेणà¥à¤Ÿ में दो साल काम करने के बाद इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने नौकरी छोड़ दी और अà¤à¤¿à¤¨à¤¯ में रà¥à¤šà¤¿ के चलते मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ का रà¥à¤– किया। अशोक जी को बचपन से ही अà¤à¤¿à¤¨à¤¯ में रà¥à¤šà¤¿ थी, वह सà¥à¤•à¥‚ल कालेज के सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ को हिसà¥à¤¸à¤¾ लेते रहते थे। दिनांक 9 दिसमà¥à¤¬à¤°, 1991 को इनका विवाह शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ राजलकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ मलà¥à¤² जी से हà¥à¤† और इनकी à¤à¤• पà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ है।
1980 से इनके फिलà¥à¤®à¥€ सफर की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ हà¥à¤ˆ, उसी दौर में इनकी मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ शà¥à¤°à¥€ चरण सिंह चौहान से हà¥à¤ˆ, जिनको मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ में उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡à¥€ सिनेमा का à¤à¥€à¤·à¥à¤® पितामह कहा जाता है, उनके साथ ही इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने आप को उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡à¥€ सिनेमा के लिये समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर दिया। इनà¥à¤¹à¥Šà¤‚ने शà¥à¤°à¥ में “कà¤à¥€ सà¥à¤–, कà¤à¥€ दà¥à¤ƒà¤–” फिलà¥à¤® में काम किया, जिसके निरà¥à¤®à¤¾à¤¤à¤¾ शà¥à¤°à¥€ बी०के० नौडियाल थे। इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने घरजवें फिलà¥à¤® में निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤• चरण सिंह चौहान जी के à¤à¤¸à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤‚ट के रà¥à¤ª में काम किया, किसी कारणवश चौहान जी इस फिलà¥à¤® से अलग हो गये, फिर चौहान जी ने “कौथिग” फिलà¥à¤® की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ की, जिसमें अशोक मलà¥à¤² ने मà¥à¤–à¥à¤¯ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤ˆà¥¤ पहली कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤¨à¥€ फिलà¥à¤® “मेघा आ” में अशोक मलà¥à¤² ने खलनायक गंगा सिंह की à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤ˆà¥¤ इसके बाद जब वीडियो फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ का चलन बढा तो अशोक मलà¥à¤² ने बंटवारà¥, चकà¥à¤°à¤šà¤¾à¤², मेरी गंगा होली त मैमू आली आदि अनेक फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ काम किया। इसके अलावा अशोक मलà¥à¤² ने हिनà¥à¤¦à¥€ फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ काम किया, जिसमें करिये कà¥à¤·à¤®à¤¾ में यादगार à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤ˆà¥¤ कालानà¥à¤¤à¤° में अशोक मलà¥à¤² ने अपना पà¥à¤°à¥‹à¤¡à¤•à¥à¤¶à¤¨ “राज फिलà¥à¤®à¤¸” के नाम से शà¥à¤°à¥ किया और कई वीडियो फिलà¥à¤®à¥‡à¤‚ बनाई, जिसमें पिठें के लाज और हरि दरà¥à¤¶à¤¨ पà¥à¤°à¤®à¥à¤– हैं, इसके अलावा “चो चमà¥à¤®, चका चमà¥à¤®” नाम से मे à¤à¤²à¥à¤¬à¤® à¤à¥€ निकाला। अशोक जी हमेशा उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡à¥€ सिनेमा के लिये चिनà¥à¤¤à¤¿à¤¤ रहते थे और लोगों को फिलà¥à¤® बनाने को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करते रहते थे, इसी कड़ी में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ के पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ उदà¥à¤¯à¤®à¥€ माधवाननà¥à¤¦ à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ जी को फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के लिये पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ किया, जिसके फलसà¥à¤µà¤°à¥à¤ª उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने 70 à¤à¤®à¥¦à¤à¤®à¥¦ की पहली उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡à¥€ फिलà¥à¤® “सिपैजी” का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ किया। कà¥à¤› समय पूरà¥à¤µ आई चरà¥à¤šà¤¿à¤¤ फिलà¥à¤® “गोपी à¤à¥€à¤¨à¤¾” का à¤à¥€ निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ अशोक जी ने किया था।
इसके अलावा अशोक जी को पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¥‡à¤® था, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने 1992 में अपने à¤à¤• साथी के साथ मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ के कोलाबा में à¤à¤• बाटिनिकल गारà¥à¤¡à¤¨ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ किया और वहां पर विविध पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पेड़ पौधे लगाये, गारà¥à¤¡à¤¨ के पेड़-पौधों को अपनी सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ की तरह पà¥à¤°à¥‡à¤® करते थे। अशोक मलà¥à¤² जी à¤à¤²à¥‡ ही मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ में बस गये थे, लेकिन पहाड़ उनके दिलोदिमाग में हमेशा रचा-बसा रहा। वह हमेशा पहाड़ी में बात करते थे, मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ के पहाड़ी समाज के सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में हमेशा उनकी उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय à¤à¥‚मिका रही, पहाड़ के अनेक कलाकारों को उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ में बà¥à¤²à¤µà¤¾à¤•à¤° मंच पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया। इसके अलावा अशोक जी पहाड़ी खान-पान के लिये à¤à¥€ बहà¥à¤¤ जागरà¥à¤• रहते थे, वह रविवार को खà¥à¤¦ पहाड़ी खाना बनाते थे और उसकी फोटो सोशल मीडिया में डालकर और लोगों को à¤à¥€ पहाड़ी à¤à¥‹à¤œà¤¨ के लिये पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करते थे।
इसके अलावा अपने वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त जीवन में अशोक मलà¥à¤² जी बहà¥à¤¤ ही धारà¥à¤®à¤¿à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ थे, वह फोन पर अपना उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ हमेशा हरिओम से ही शà¥à¤°à¥ करते थे, इतनी उपलबà¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बाद à¤à¥€ गà¥à¤°à¥à¤° नाम की कोई चीज उनकी शखà¥à¤¸à¤¿à¤¯à¤¤ को छू à¤à¥€ नहीं सकी, वह बहà¥à¤¤ ही जमीनी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ थे, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ से मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ गये हर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के वह मेजबान हो जाते थे। उनका मयालॠसà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ हमेशा याद रहेगा, मेरा पहाड़ डाट काम के शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤à¥€ दिनों में वह हमारे मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤• बने, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह बहà¥à¤¤ ही सहज और सरल वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ, पहाड़ को दिल से जीने वाले वयकà¥à¤¤à¤¿ थे, कà¥à¤°à¥‚र काल ने उनको असमय ही हमसे छीन लिया, दिनांक 8 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ, 2020 को उनका देहावसान हो गया, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡à¥€ सिनेमा को अपनी निशà¥à¤›à¤² मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ से मयालॠबनाये रखने वाला महानायक सबको रोता हà¥à¤† छोड़ गया।
It’s good though
अशोक दा à¤à¤• महान कलाकार और उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ थे, बहà¥à¤¤ ही डाउन टू अरà¥à¤¥ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ था उनका, सादर नमन à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤°à¤§à¥à¤¦à¤¾à¤‚जलि।
Ashok Mall ji is also known as Uttarakhandi RAJNIKANT in hilywood
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के लिठयह समय विपतà¥à¤¤à¤¿ का चल रहा है। कà¥à¤› समय के अनà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤² में हमने अपने अनेक विà¤à¥‚तियों को खोया है। रोज कोई न कोई दà¥:खद सामाचार मिल रहा है। पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ 🙠करता हूà¤à¥¤
अशोक दा पहाड़ के सचà¥à¤šà¥‡ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ थे। माया नगरी का वास किनà¥à¤¤à¥, पहाड़ी वà¥à¤¯à¤‚जन विधि सहित फेसबà¥à¤• में अपलोड करते थे। पहाड़ को उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤• सचà¥à¤šà¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¤à¥à¤µ किया। उनके जाने की कà¥à¤·à¤¤à¤¿ कà¤à¥€ पूरी नहीं हो सकती। उनका कोलाबा गारà¥à¤¡à¤¨ और जिसमे अनेकों वनसà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚…..à¤à¤• ऋषि तà¥à¤²à¥à¤¯ हिमालय वासी आज हमने खो दिया।
अदाकारी और निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ तो जैसे जनà¥à¤®à¤œà¤¾à¤¤ थी उनमें, उनके सहकरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और जिनको à¤à¥€ उनका सानिधà¥à¤¯ मिला उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤• दारà¥à¤¶à¤¨à¤¿à¤•, कलाकार, परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£à¤µà¤¿à¤¦à¥, समाज सेवक, बड़ा à¤à¤¾à¤ˆ और à¤à¤• सकà¥à¤·à¤® संरकà¥à¤·à¤• à¤à¥€ खो दिया
ओह…. वो चले गया।
ओमॠशानà¥à¤¤à¤¿ !!!!
à¤à¤• अपूरà¥à¤£à¥€à¤¯ कà¥à¤·à¤¤à¤¿ है ये।। मेरा उनसे हालांकि वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त रूप से संपरà¥à¤• नही हà¥à¤†, मेरपहाड़ फोरम के माधà¥à¤¯à¤® और फेसबà¥à¤• पोसà¥à¤Ÿ के संदरà¥à¤ में उनसे दो à¤à¤• बार फोन पर बात हà¥à¤ˆà¥¤ बहà¥à¤¤ ही आतà¥à¤®à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ से बात की उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जैसे कि कितना पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ परिचय हो।। à¤à¤¸à¥€ सोच और विचारधारा बिरलों में होती है।। दà¥à¤–ी हृदय से शà¥à¤°à¤§à¤¾à¤‚जलि देता हूà¤à¥¤