शकà¥à¤¨ आंखर-उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के संसà¥à¤•à¤¾à¤° गीत
हिनà¥à¤¦à¥‚ मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° हमारे जीवन में सोलह संसà¥à¤•à¤¾à¤° होते हैं, जीवन के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से संबंधित गीत हमारे उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡à¥€ समाज में à¤à¤°à¥‡ पड़े हैं, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शकà¥à¤¨ आंखर, मांगल गीत, फाग या संसà¥à¤•à¤¾à¤° गीत कहा जाता है। जनà¥à¤® से लेकर विवाह तक  नामकरण, छठी, बà¥à¤°à¤¤à¤¬à¤‚द, गणेश वंदना, मातृका पूजन, जनेऊ संसà¥à¤•à¤¾à¤°, कनà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¨ आदि गीत हमारे […]
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ राजà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ की संघरà¥à¤· यातà¥à¤°à¤¾
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ राजà¥à¤¯ ०९ नवमà¥à¤¬à¤°, २००० को असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ में आया, लेकिन इस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की यह मांग दो सदी पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ थी, आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ होते रहे, लेकिन १९९४ में जनता के इस आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ ने à¤à¤¸à¤¾ पà¥à¤°à¤šà¤£à¥à¤¡ रà¥à¤ª धारण किया कि उ०पà¥à¤°à¥¦ और देश की सरकारें हिल गई। इस आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ में कà¥à¤² ४२ लोगों की शहादतें हà¥à¤ˆ और मà¥à¤œà¤«à¥à¤«à¤°à¤¨à¤—र चौराहे […]
चनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह राही: उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की à¤à¤• सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• थाती
(सà¥à¤µà¥¦ चनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह राही जी किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं, वह किसी बोली à¤à¤¾à¤·à¤¾ से हटकर पूरे उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के गà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¾ और लोककरà¥à¤®à¥€ थे। दिनांक १० जनवरी को उनकी पà¥à¤£à¥à¤¯ तिथि पर याद कर रहे हैं, वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° शà¥à¤°à¥€ चारॠतिवारी जी) रात के साà¥à¥‡ बारह बजे उनका फोन आया। बोले, ‘तà¥à¤¯à¤¾à¥œà¤œà¥à¤¯à¥‚ सै गै छा […]