उत्तराखण्ड के लोक वाद्य यंत्र
उत्तराखण्ड की अपनी एक समृद्ध और गौरवशाली सांस्कृतिक परम्परा है। किसी भी सभ्यता और संस्कृति के लिये जरुरी है उनकी सांस्कृतिक गतिविधिया और इनके लिये आवश्यक होते हैं सुर और ताल, सुर जहां कंठ से निकलते हैं वहीं ताल के लिये वाद्य यंत्रों की आवश्यकता होती है। हमारे पुरखों ने स्थानीय सुरों के आधार पर […]
Piran Kaliyar : A Symbol Of Unity
Situated at a distance of 20 km from Haridwar and only 10 km from Roorkee on the banks of the river Ganga, Piran Kaliyar Shareef is a wonderful symbol of unity.Ibrahim Lodhi (16th century AD) built the tomb of dargah. It is situated towards the south of Haridwar.Famed for its mystical powers that fulfill the […]
गर्जिया देवी मन्दिर: रामनगर, उत्तराखण्ड
रामनगर से १० कि०मी० की दूरी पर ढिकाला मार्ग पर गर्जिया नामक स्थान पर देवी गिरिजा माता के नाम से प्रसिद्ध हैं। देवी गिरिजा जो गिरिराज हिमालय की पुत्री तथा संसार के पालनहार भगवान शंकर की अर्द्धागिनी हैं, कोसी (कौशिकी) नदी के मध्य एक टीले पर यह मंदिर स्थित है। वर्ष १९४० तक इस मन्दिर […]