बी०मोहन नेगी, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ लोक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के वाहक
कविता पोसà¥à¤Ÿà¤° विधा के à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° चितेरे पà¥à¤°à¥‹à¤§à¤¾ बी०मोहन नेगी अब हमारे बीच नहीं रहे। देहरादून के à¤à¤• निजी असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ अंतिम सांसे ली। अà¤à¥€ तक विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं हो रहा है। खबर सà¥à¤¨à¤•à¤° सà¥à¤¤à¤¬à¥à¤§ हूà¤, बीमोहन दा रूला गये आप। अà¤à¥€ तो बहà¥à¤¤ कà¥à¤› सीखना था आपसे। लमà¥à¤¬à¥€ बातें करने थी।अब कौन बनाà¤à¤—ा हमारे लिठ[…]
पहाड़ की होली का à¤à¤• संगà¥à¤°à¤¹à¤£à¥€à¤¯ दसà¥à¤¤à¤¾à¤µà¥‡à¤œ
होली à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° है, जिसने बदलते दौर में अपना सà¥à¤µà¤°à¥‚प à¤à¥€ बदला है और उसका विसà¥à¤¤à¤¾à¤° à¤à¥€ हà¥à¤† है। हिंदी पटà¥à¤Ÿà¥€ में यह सैकड़ों वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से रंग-गà¥à¤²à¤¾à¤², मसà¥à¤¤à¥€ और पकवानों का तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° रहा है, लेकिन पूरà¥à¤µà¥€ उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ और बिहार में होली का वह गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£-गंवई रूप अब कमोबेश लà¥à¤ªà¥à¤¤ हो रहा है। यहां के […]
à¤à¤•à¤¤à¤¾ बिषà¥à¤Ÿ अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¼à¤¾ पहà¥à¤à¤šà¥€
तारा दतà¥à¤¤ बौड़ाई/दीपांकर कारà¥à¤•à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ महिला कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ टीम की ओर से इंगà¥à¤²à¥ˆà¤£à¥à¤¡ में उतà¥à¤•à¥ƒà¤Ÿ पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ कर 24 वरà¥à¤·à¥€à¤¯ à¤à¤•à¤¤à¤¾ बिषà¥à¤Ÿ पिछले दिनों अपने गृहनगर अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¼à¤¾ लौट आयी। यहाठà¤à¤µà¥à¤¯ जà¥à¤²à¥‚स और ढोल नगाड़ों से उसका सà¥à¤µà¤¾à¤—त हà¥à¤† तथा रैमजे परिसर में नागरिक अà¤à¤¿à¤¨à¤‚दन समारोह किया गया। à¤à¤•à¤¤à¤¾ के कोच लियाकत अली का à¤à¥€ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ किया […]