तारा दतà¥à¤¤ बौड़ाई/दीपांकर कारà¥à¤•à¥€
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ महिला कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ टीम की ओर से इंगà¥à¤²à¥ˆà¤£à¥à¤¡ में उतà¥à¤•à¥ƒà¤Ÿ पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ कर 24 वरà¥à¤·à¥€à¤¯ à¤à¤•à¤¤à¤¾ बिषà¥à¤Ÿ पिछले दिनों अपने गृहनगर अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¼à¤¾ लौट आयी। यहाठà¤à¤µà¥à¤¯ जà¥à¤²à¥‚स और ढोल नगाड़ों से उसका सà¥à¤µà¤¾à¤—त हà¥à¤† तथा रैमजे परिसर में नागरिक अà¤à¤¿à¤¨à¤‚दन समारोह किया गया। à¤à¤•à¤¤à¤¾ के कोच लियाकत अली का à¤à¥€ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ किया गया। चार देशों की अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में बायें हाथ की इस सà¥à¤ªà¤¿à¤¨à¤° गेंदबाज ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ को जीत दिलाई। वह ‘पà¥à¤²à¥‡à¤¯à¤° ऑफ द मैच’ का खिताब लेकर घर लौटी है। इंगà¥à¤²à¥ˆà¤£à¥à¤¡ में अपने अंतिम मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¥‡ में उसने 8 ओवर में 4 मेडेन फेंके और 15 रन देकर तीन विकेट à¤à¤Ÿà¤•à¥‡à¥¤
आपसी बातचीत में à¤à¤•à¤¤à¤¾ बिषà¥à¤Ÿ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में खेलों को लेकर सरकार की उदासीनता से खफा लगी। उसका कहना है कि खेल और खिलाड़ियों को लेकर पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ सरकार गंà¤à¥€à¤° नहीं दिख रही है। à¤à¤• निमà¥à¤¨ मधà¥à¤¯à¤®à¤µà¤°à¥à¤—ीय परिवार से समà¥à¤¬à¤‚ध रखने वाली à¤à¤•à¤¤à¤¾ वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में अपने परिवार के साथ खजांची मोहलà¥à¤²à¤¾ अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¼à¤¾ में रहती है। वैसे मूल रूप से वह विगत बरसात में आपदागà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ हà¥à¤ दà¥à¤¯à¥‹à¤²à¥€ गाà¤à¤µ की रहने वाली है। बचपन से ही नगर के गली मोहलà¥à¤²à¥‹à¤‚ में उसने पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• की गेंद से कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ खेली थी। परिवार से पढ़ाई और कैरियर के दबावों के बावजूद उसने खेल के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अपने समरà¥à¤ªà¤£ को कà¤à¥€ नहीं छोड़ा। कोच लियाकत अली की मेहनत से आज वह अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° तक पहà¥à¤à¤š गई है।
à¤à¤•à¤¤à¤¾ बताती है कि उसने 16 साल की आयॠसे पूरे मनोयोग से कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ खेला। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ टीम न होने से वह 2002 में गोरखपà¥à¤° से उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ और 2 सालों से वह सेंटà¥à¤°à¤² जोन और इंणà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾ चैलेंजर में खेल रही है। विशà¥à¤µà¤•à¤ª पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में à¤à¥€ वह à¤à¤¾à¤— ले चà¥à¤•à¥€ है। अपने इंगà¥à¤²à¥ˆà¤£à¥à¤¡ के अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ के आधार पर उसने बताया कि वहाठकी तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में यहाठखिलाडि़यों को आधी सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ à¤à¥€ नहीं मिलती। अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¼à¤¾ नगर में तो à¤à¤• अचà¥à¤›à¤¾ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¡à¤¿à¤¯à¤® तक नहीं है। à¤à¤• छोटे खेल मैदान में ही सà¤à¥€ खिलाड़ी विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के खेल खेलते आठहैं। जबकि अनà¥à¤¯ देशों में खेल मैदानों की à¤à¤°à¤®à¤¾à¤° है। साथ ही उनके खिलाड़ी खेल के सामान और फिटनेस को लेकर कमी महसूस नहीं करते। à¤à¤•à¤¤à¤¾ ने कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ में उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की लड़कियों का à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ कठिन बताया और कहा कि आज तक इस राजà¥à¤¯ में लड़कियो के लिठकà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ à¤à¤¸à¥‹à¤¶à¤¿à¤à¤¸à¤¨ तक गठित नहीं हो पाई है। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ कपà¥à¤¤à¤¾à¤¨ महेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह धौनी के अपने आप को उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ का न बताने पर उसका कहना था कि à¤à¤¾à¤°à¤–णà¥à¤¡ ने धौनी को आगे बढ़ाया तो वे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड से नाता जोड़ेंगे ?