रेवती उनियाल “मंतà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€” : उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की निसà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥, करà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤·à¥à¤ समाज सेवी
निसà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥, करà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤·à¥à¤ समाजसेवी शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ रेवती उनियाल का वà¥à¤¯à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ बहà¥à¤¤ निराला था, à¤à¤• साधारण किसान परिवार में जनà¥à¤®à¥€ पà¥à¤œà¤¾à¤° गांव की रेवती बचपन से ही अति तेजसà¥à¤µà¥€ तथा मेधावी थी। वे पिता की असामयिक मृतà¥à¤¯à¥ के कारण केवल पाचवीं ककà¥à¤·à¤¾ तक ही पॠसकीं। १ॠवरà¥à¤· की आयॠमें उनका विवाह हà¥à¤†, पति शà¥à¤°à¥€ मेधापति उनियाल […]
गंगोतà¥à¤°à¥€ गरà¥à¤¬à¥à¤¯à¤¾à¤² : उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की अथक समाजसेवी महिला
सीमांत पà¥à¤°à¤¾à¤‚तर पिथौरागॠके धारचूला में साà¥à¥‡ दस हजार फीट की ऊंचाई पर बसे गरà¥à¤¬à¥à¤¯à¤¾à¤‚ग गांव की गंगोतà¥à¤°à¥€ गरà¥à¤¬à¥à¤¯à¤¾à¤² शिकà¥à¤·à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अपनी विशिषà¥à¤Ÿ सेवाओं के कारण 1964 राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ डा० सरà¥à¤µà¤ªà¤²à¥à¤²à¥€ राधाकृषà¥à¤£à¤¨ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ हà¥à¤ˆà¥¤ जिसका शà¥à¤°à¥‡à¤¯ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जनà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ को ही दिया था। इनका जनà¥à¤® ९ दिसमà¥à¤¬à¤°, १९१८ में हà¥à¤† था, […]
टिंचरी माई उरà¥à¤« इचà¥à¤›à¤¾à¤—िरि माई : à¤à¤• जीवट वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ
 शिकà¥à¤·à¤¾, मदà¥à¤¯ निषेध तथा अनेक सामाजिक गतिविधियों से समà¥à¤¬à¤¦à¥à¤§Â टिंचरीमाई उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की à¤à¤• सà¥à¤ªà¤°à¤¿à¤šà¤¿à¤¤ महिला थी। पौड़ी गà¥à¤µà¤¾à¤² के थलीसैंण कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के मनà¥à¤œà¥à¤¯à¥‚र गांव के रामदतà¥à¤¤ नौटियाल के घार जनà¥à¤®à¥€ ननà¥à¤¹à¥€à¤‚ दीपा की जीवन यातà¥à¤°à¤¾Â उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की नारी के उतà¥à¤ªà¥€à¥œà¤¨, सामाजिक कà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ तथा विसंगतियों के विरà¥à¤¦à¥à¤§ लड़ी गई लड़ाई और साहस का अनà¥à¤•à¤°à¤£à¥€à¤¯ उदाहरण […]