वीर चनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह गà¥à¤µà¤¾à¤²à¥€-उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के गौरव
यों तो उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ हमेशा से वीरों की à¤à¥‚मि रहा है, इस धरती ने इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ वीरों में से कà¥à¤› परमवीर à¤à¥€ पैदा किये। जिनमें चनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह गà¥à¤µà¤¾à¤²à¥€ का नाम सरà¥à¤µà¥‹à¤ªà¤°à¤¿ कहा जा सकता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने २३ अपà¥à¤°à¥ˆà¤², १९३० को अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के निहतà¥à¤¥à¥‡ सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® सेनानियों पर गोली चलाने से इनà¥à¤•à¤¾à¤° कर à¤à¤• नई कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ का सूतà¥à¤°à¤ªà¤¾à¤¤ […]
à¤à¤• पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§ कामरेड सà¥à¤µà¥¦ नारायण दतà¥à¤¤ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
[उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ सदियों से करà¥à¤®à¤µà¥€à¤°à¥‹à¤‚ की à¤à¥‚मि रही है, हम किसी à¤à¥€ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में जब वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ की बात करते हैं तो उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की कई विà¤à¥‚तियां उनमें शीरà¥à¤· सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर अपने आप à¤à¥€ शामिल हो जाती हैं। दिलà¥à¤²à¥€ में पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ कर रहे शà¥à¤°à¥€ सतà¥à¤¯à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत आज हमें à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ ही à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ से परिचित करा रहे […]
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की à¤à¤• विरासत है कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤‚नी रामलीला
à¤à¤—वान राम की कथा पर आधारित रामलीला नाटक के मंचन की परंपरा à¤à¤¾à¤°à¤¤ में यà¥à¤—ों से चली आयी है। लोक नाटà¥à¤¯ के रà¥à¤ª में पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ इस रामलीला का देश के विविध पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में अलग अलग तरीकों से मंचन किया जाता है। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ खासकर कà¥à¤®à¤¾à¤¯à¥‚ं अंचल में रामलीला मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¤à¤¯à¤¾ गीत-नाटà¥à¤¯ शैली में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ की जाती है। […]