[उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ सदियों से करà¥à¤®à¤µà¥€à¤°à¥‹à¤‚ की à¤à¥‚मि रही है, हम किसी à¤à¥€ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में जब वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ की बात करते हैं तो उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की कई विà¤à¥‚तियां उनमें शीरà¥à¤· सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर अपने आप à¤à¥€ शामिल हो जाती हैं। दिलà¥à¤²à¥€ में पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ कर रहे शà¥à¤°à¥€ सतà¥à¤¯à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत आज हमें à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ ही à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ से परिचित करा रहे हैं। सà¥à¤µà¥¦ नारायण दतà¥à¤¤ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² सामाजिक और राजनीतिक चेतना में रà¥à¤šà¤¿ रखने वाले वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µà¥‹à¤‚ में à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ थे, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हमेशा जातिविहीन, वरà¥à¤—विहीन और समतामूलक समाज बनाने में ही अपना जीवन होम कर दिया। अपने जीवन के आखिरी कà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ तक सà¥à¤µà¥¦ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² अपने इसी सपने को यथारà¥à¤¥ बनाने में जà¥à¤Ÿà¥‡ और रमे रहे।]
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ में राजनीतिक और सामाजिक चेतना की जब à¤à¥€ बात होगी कामरेड नारायण दतà¥à¤¤ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² के बिना वह अधूरी रहेगी। सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• जीवन में शà¥à¤šà¤¿à¤¤à¤¾, सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚तों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§, संगठनातà¥à¤®à¤• जिजीविषा और सबको साथ लेकर चलने का कौशल बहà¥à¤¤ कम लोगों में देखने को मिलता है। आज के समय में जब इन तमाम चीजों का हà¥à¤°à¤¾à¤¸ हो रहा है तब à¤à¤¨ डी सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² और पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिक हो जाते हैं। देशà¤à¤° में मजदूरों, मेहनतकशों और समाज के अंतिम छोर में खड़े वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के हितों के लिये वे जीवन के अंतिम समय तक लड़ते रहे। वामपंथी विचारधारा से जà¥à¤¡à¥˜à¤° उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जातिविहीन, वरà¥à¤—विहीन और समतामूलक समाज बनाने की उन तमाम कोशिशों में अपना पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ हसà¥à¤¤à¤•à¥à¤·à¥‡à¤ª रखा जो बेहतर समाज बनाने के लिये जरूरी थे। पांच दशक तक वह हर मोरà¥à¤šà¥‡ पर जनता के सवालों के साथ खड़े रहे। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कमà¥à¤¯à¥à¤¨à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿ पारà¥à¤Ÿà¥€ के कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ के रूप में अपना सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• जीवन शà¥à¤°à¥‚ करने वाले सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² के राजनीतिक जीवन में जितने पड़ाव आये उनमें उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपनी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§ विचारयातà¥à¤°à¤¾ को कहीं कमजोर नहीं होने दिया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जहां à¤à¤• ओर पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ और देश में वामपंथी आंदोलन में शिरकत की, वहीं सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° की तमाम समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के समाधान के लिये à¤à¥€ काम किया। दूरसà¥à¤¥ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ खोलने से लेकर पृथक राजà¥à¤¯ आंदोलन की अगà¥à¤†à¤ˆ करने तक सà¥à¤µà¥¦ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² को अनेक à¤à¥‚मिकाओं में पाते हैं। कामरेड नारायण दतà¥à¤¤ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² का जनà¥à¤® १० नवंबर १९२ॠको पौड़ी जनपद के गांव पंजारा, पटà¥à¤Ÿà¥€ गà¥à¤œà¤°à¥‹, तहसील धूमाकोट में हà¥à¤†à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपनी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚à¤à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ गांव से ही की। उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने लखनऊ से पूरी की। चालीस के दशक में जब कानपà¥à¤° आजादी के आंदोलन का मà¥à¤–à¥à¤¯ केंदà¥à¤° था, वे आंदोलनकारियों के संपरà¥à¤• में आये। यहीं से वे कमà¥à¤¯à¥à¤¨à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿ विचारधारा से जà¥à¥œ गये। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने १९५२ में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कमà¥à¤¯à¥à¤¨à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿ पारà¥à¤Ÿà¥€ की सदसà¥à¤¯à¤¤à¤¾ गà¥à¤°à¤¹à¤£ की और ताउमà¥à¤° सीपीआई के सदसà¥à¤¯ रहे।
कामरेड नारायण दतà¥à¤¤ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² जी में अदà¥à¤à¥à¤¤ संगठनातà¥à¤®à¤• कौशल था। वे सीपीआई की सदसà¥à¤¯à¤¤à¤¾ लेने के बाद लगातार पारà¥à¤Ÿà¥€ में कई पदों पर रहे। पारà¥à¤Ÿà¥€ को जमीन सà¥à¤¤à¤° से खड़ा करने में à¤à¥€ उनकी महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका रही। वरà¥à¤· १९५२-१९५६ तक à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कमà¥à¤¯à¥à¤¨à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿ पारà¥à¤Ÿà¥€, गढ़वाल के सचिव रहे। वह पहले à¤à¤¸à¥‡ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ थे जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गढ़वाल में किसानों, मजदूरों, घरेलू नौकरों और होटल करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को संगठित कर उनके अधिकारों के लिठलड़ाई लड़ी। वरà¥à¤· १९५२ से १९६० तक सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² जी गढ़वाल मोटर टà¥à¤°à¤¾à¤‚सपोरà¥à¤Ÿ वरà¥à¤•à¤°à¥à¤¸ यूनियन के जनरल सेकà¥à¤°à¥‡à¤Ÿà¤°à¥€ रहे। अपने कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² के दौरान उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गढ़वाल मोटर मजदूर à¤à¤µà¤¨ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ कराया। शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उनकी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• थी। शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उनके लगाव को इस बात से समà¤à¤¾ जा सकता है कि सतपà¥à¤²à¥€ में बाढ़ से बहे चालकों और परिचालकों की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ सà¥à¤¤à¤‚ठका निरà¥à¤®à¤¾à¤£ à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने ही कराया था। गढ़वाल कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में जहां बड़े उदà¥à¤¯à¥‹à¤— और कारखाने नहीं हैं, वहां की सबसे बड़ी मोटर कंपनी के शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ को इकटà¥à¤ ा कर उनकी लड़ाई लडऩा कम चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€à¤ªà¥‚रà¥à¤£ नहीं था। इस तरह उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आम आदमी को अपने हकों के लिठलडऩे की चेतना दी। वरà¥à¤· १९५८-५९ में मोटर मजदूरों के आंदोलन का नेतृतà¥à¤µ करते हà¥à¤ उनकी गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤°à¥€ हà¥à¤ˆ और à¤à¤• माह तक वे पौड़ी जेल में रहे। कामरेड सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² ने सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• जीवन में विचार और जमीनी सचà¥à¤šà¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को बखूबी समà¤à¤¾à¥¤ इस विचार के चलते गढ़वाल के धूमाकोट और खिरैणीखाल कॉलेजों की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ à¤à¥€ उनके अथक पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ से ही संà¤à¤µ हà¥à¤ˆà¥¤ कामरेड सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² का देश की तमाम राजनीतिक गतिविधियों से गहरा जà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤µ रहा। जब देश में गोवा मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ आंदोलन चला तो सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² जी को संगठन मंतà¥à¤°à¥€ बनाया गया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने देश à¤à¤° के मजदूरों के बीच काम किया। वे १९६० से १९à¥à¥¦ तक अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रोड टà¥à¤°à¤¾à¤‚सपोरà¥à¤Ÿ वरà¥à¤•à¤°à¥à¤¸ फेडरेशन के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महासचिव रहे तथा दà¥à¤¬à¤¾à¤°à¤¾ १९à¥à¥© में इस फेडरेशन के कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· बने। इस दौरान उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मजदूरों के हित में अनेक कारà¥à¤¯ किये। सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² जी ऑल इंडिया टà¥à¤°à¥‡à¤¡ यूनियन के सदसà¥à¤¯ à¤à¥€ रहे। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कमà¥à¤¯à¥à¤¨à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿ पारà¥à¤Ÿà¥€ में वे १९à¥à¥¨-१९९२ तक अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ विà¤à¤¾à¤— के सचिव रहे। इस समयावधि में लगà¤à¤— पचà¥à¤šà¥€à¤¸ बार विशà¥à¤µ के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ देशों में पारà¥à¤Ÿà¥€ का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¤à¥à¤µ किया।
वामपंथी आंदोलन के अलावा कामरेड सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² को उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ राजà¥à¤¯ के यà¥à¤— पà¥à¤°à¥à¤· के रूप में à¤à¥€ जाना जाता है। राजà¥à¤¯ आंदोलन को संगठनातà¥à¤®à¤• ढंग से चलाने वाले लोगों में से नारायण दतà¥à¤¤ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ नाम थे। वरà¥à¤· १९६ॠमें रामनगर में उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ परà¥à¤µà¤¤à¥€à¤¯ राजà¥à¤¯ परिषद के गठन में उनकी महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका रही। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इस परिषद का महासचिव बनाया गया था। सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² जी १९६ॠसे लेकर उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ राजà¥à¤¯ निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के गठन तक लगातार पृथक उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ राजà¥à¤¯ निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के लिठसंघरà¥à¤·à¤°à¤¤ रहे। नबà¥à¤¬à¥‡ के दशक में यानी १९९४ में उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ संयà¥à¤•à¥à¤¤ संघरà¥à¤· समिति के वरिषà¥à¤ नेता होने के नाते उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ में राजà¥à¤¯ आंदोलन को मजबूती पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की। दिलà¥à¤²à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ संघरà¥à¤· समिति के संरकà¥à¤·à¤• के रूप में à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दिलà¥à¤²à¥€ में अनेक धरने à¤à¤µà¤‚ विशाल रैलियां आयोजित की थीं। इतना ही नहीं विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ दलों के मानà¥à¤¯ सांसदों का पृथक उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ राजà¥à¤¯ गठन के लिठसमरà¥à¤¥à¤¨ जà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥‡ में नारायण दतà¥à¤¤ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² ने बहà¥à¤¤ ही महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¯à¥€ थी। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कमà¥à¤¯à¥à¤¨à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿ पारà¥à¤Ÿà¥€ के महासचिव à¤à¤µà¤‚ वरिषà¥à¤ सांसद रहे इंदà¥à¤°à¤œà¥€à¤¤ गà¥à¤ªà¥à¤¤ ने १९९३ में संसद में जो उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ राजà¥à¤¯ विधेयक पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया था, उसको तैयार करने में à¤à¥€ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² जी ने महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¯à¥€ थी। वैचारिक रूप से पृथक उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ राजà¥à¤¯ की जरूरत को समà¤à¤¾à¤¨à¥‡ में à¤à¥€ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² जी ने अहम à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¯à¥€ थी। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने वरà¥à¤· १९८६ में ‘उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ परà¥à¤µà¤¤à¥€à¤¯ राजà¥à¤¯â€™ नाम से à¤à¤• पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾ à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ की। इसमें वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• रूप से उन मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ को उठाया गया जिसके लिठराजà¥à¤¯ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ महसूस की गयी। दिनांक २ॠफरवरी, २००९ को यह महान वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ अपनी यादें छोड़ हमसे दूर चला गया।
सà¥à¤µà¥¦ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² जी की यादों को अकà¥à¤·à¥à¤£à¥à¤£ रखने के लिये हमारे संगठन कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‡à¤Ÿà¤¿à¤µ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡-मà¥à¤¯à¤° पहाड़ ने अपनी पोसà¥à¤Ÿà¤° शà¥à¤°à¥„ंखला के १२ वें चरण में दिनांक २८ फरवरी, २०११ को उनके पैतृक गांव पंजारा में उनके पोसà¥à¤Ÿà¤° का विमोचन किया। सà¥à¤µà¥¦ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤² जी को मेरा पहाड़ डाट काम नैटवरà¥à¤• की ओर से कृतजà¥à¤žà¤¤à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि।
nice………………