![मां बाल सुंदरी मन्दिर, काशीपुर](https://www.merapahad.com/wp-content/uploads/balsundridevemandir-150x150.jpg)
मां बाल सुंदरी मन्दिर, काशीपुर
(मेरा पहाड डाट काम के काशीपुर निवासी एक नियमित पाठक श्री नवीन सिंह देउपा ने हमें यह लेख भेजा है। जिसमें उन्होंने काशीपुर स्थित मां बाल सुंदरी देवी के बारे में जानकारी भेजी है। इस अनभिज्ञ एवं पर्यटन मानचित्र में उपेक्षित इस स्थान का वर्णन कर उन्होंने उत्तराखण्ड के अविदित स्थानों में से एक पौराणिक […]
![गौरा देवी : चिपको आन्दोलन की जननी](https://www.merapahad.com/wp-content/uploads/gauradevi-150x150.jpg)
गौरा देवी : चिपको आन्दोलन की जननी
उत्तराखण्ड को जन आन्दोलनों की धरती भी कहा जा सकता है, उत्तराखण्ड के लोग हमेशा से ही अपने जल-जंगल, जमीन और बुनियादी हक-हकूकों के लिय और उनकी रक्षा के लिये हमेशा से ही जागरुक रहे हैं। चाहे 1921 का कुली बेगार आन्दोलन 1930 का तिलाड़ी आन्दोलन हो या 1974 का चिपको आन्दोलन, या 1984 का […]
![कबूतरी देवी : उत्तराखण्ड की पहली लोक गायिका](https://www.merapahad.com/wp-content/uploads/kabootaridevi-150x150.jpg)
कबूतरी देवी : उत्तराखण्ड की पहली लोक गायिका
आप लोगों ने यदि ७०-८० के दशक में नजीबाबाद और लखनऊ आकाशवाणी से प्रसारित कुमांऊनी गीतों के कार्यक्रम को सुना होगा तो एक खनकती आवाज आपके जेहन में जरुर होगी। जो हाई पिच पर गाती थी, “आज पनि झौं-झौ, भोल पनि झौं-झौं, पोरखिन त न्है जूंला” और “पहाड़ों को ठण्डो पाणि, कि भलि मीठी बाणी”। इस […]