गौरा देवी : चिपको आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ की जननी
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ को जन आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨à¥‹à¤‚ की धरती à¤à¥€ कहा जा सकता है, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के लोग हमेशा से ही अपने जल-जंगल, जमीन और बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ हक-हकूकों के लिय और उनकी रकà¥à¤·à¤¾ के लिये हमेशा से ही जागरà¥à¤• रहे हैं। चाहे 1921 का कà¥à¤²à¥€ बेगार आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ 1930 का तिलाड़ी आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ हो या 1974 का चिपको आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨, या 1984 का […]