रेवती उनियाल “मंत्राणी” : उत्तराखण्ड की निस्वार्थ, कर्मनिष्ठ समाज सेवी
निस्वार्थ, कर्मनिष्ठ समाजसेवी श्रीमती रेवती उनियाल का व्यतित्व बहुत निराला था, एक साधारण किसान परिवार में जन्मी पुजार गांव की रेवती बचपन से ही अति तेजस्वी तथा मेधावी थी। वे पिता की असामयिक मृत्यु के कारण केवल पाचवीं कक्षा तक ही पढ़ सकीं। १७ वर्ष की आयु में उनका विवाह हुआ, पति श्री मेधापति उनियाल […]

गंगोत्री गर्ब्याल : उत्तराखण्ड की अथक समाजसेवी महिला
सीमांत प्रांतर पिथौरागढ़ के धारचूला में साढ़े दस हजार फीट की ऊंचाई पर बसे गर्ब्यांग गांव की गंगोत्री गर्ब्याल शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट सेवाओं के कारण 1964 राष्ट्रपति डा० सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित हुई। जिसका श्रेय उन्होंने जनभावना को ही दिया था। इनका जन्म ९ दिसम्बर, १९१८ में हुआ था, […]

टिंचरी माई उर्फ इच्छागिरि माई : एक जीवट व्यक्तित्व
शिक्षा, मद्य निषेध तथा अनेक सामाजिक गतिविधियों से सम्बद्ध टिंचरीमाई उत्तराखण्ड की एक सुपरिचित महिला थी। पौड़ी गढ़वाल के थलीसैंण क्षेत्र के मन्ज्यूर गांव के रामदत्त नौटियाल के घार जन्मी नन्हीं दीपा की जीवन यात्रा उत्तराखण्ड की नारी के उत्पीड़न, सामाजिक कुरीतियों तथा विसंगतियों के विरुद्ध लड़ी गई लड़ाई और साहस का अनुकरणीय उदाहरण […]