Uttarakhand Encyclopedia : उत्तराखण्ड ज्ञानकोष अपना उत्तराखण्ड आइये, जाने, समझें और जुडें अपने पहाड़ से, अपने उत्तराखण्ड से मेरा पहाड़ फोरम तब नहीं तो अब गैरसैंण, अब नहीं तो कब गैरसैंण राजधानी से कम मंजूर नहीं

5 responses to “स्थानीय बनाम व्यावहारिक भाषा”

  1. भाषा ही नहीं, सांस्कृतिक पहचान का प्रश्न

    […] ही नहीं, सांस्कृतिक पहचान का प्रश्नस्थानीय बनाम व्यावहारिक भाषाशैलनट की कार्यशाला रुद्रपुर मेंएक […]

  2. लिपि कला नहीं विज्ञान है- एक आविष्कार है

    […] ही नहीं, सांस्कृतिक पहचान का प्रश्नस्थानीय बनाम व्यावहारिक भाषाशैलनट की कार्यशाला रुद्रपुर मेंएक […]

  3. कुमाऊनी_गढ़वाली को मिले उत्तराखण्ड की ’द्वितीय

    […] ही नहीं, सांस्कृतिक पहचान का प्रश्नस्थानीय बनाम व्यावहारिक भाषाशैलनट की कार्यशाला रुद्रपुर मेंएक […]

  4. भाषायें बहता हुआ दरिया हैं

    […] ही नहीं, सांस्कृतिक पहचान का प्रश्नस्थानीय बनाम व्यावहारिक भाषाशैलनट की कार्यशाला रुद्रपुर मेंएक […]

  5. लिपि कोई मजबूरी नहीं

    […] कर रहे हैं।  इसकी पहली कड़ी में आप लक्ष्मण सिंह बिष्ट “बटरोही’ जी का लेख , दूसरी कड़ी में बद्रीदत्त कसनियाल का […]

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