सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ बनाम वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤·à¤¾
(उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ में सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं को लेकर à¤à¤• नई बहस शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤ˆ है। सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ जरूरतों और विकास के लिठइसको पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¨ देने की टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ में बातें होती रही हैं। राजà¥à¤¯ में बोली जाने वाली मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¤: तीन बोलियों कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤‚नी, गढ़वाली और जौनसारी को संविधान की आठवीं अनà¥à¤¸à¥‚ची में शामिल करने की बात à¤à¥€ उठती रही है। मेरा […]
फूलदेई : उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ का à¤à¤• लोक तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤°
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ यूं तो देवà¤à¥‚मि के नाम से दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤° में जाना जाता है, इस सà¥à¤°à¤®à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की à¤à¤• और खासियत यह है कि यहां के निवासी बहà¥à¤¤ ही तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ होते हैं। जटिल परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, रोज à¤à¤• नई परेशानी से रà¥à¤¬à¤°à¥ होने, जंगली जानवरों के आतंक और दैवीय आपदाओं से घिरे रहने के बाद à¤à¥€ यहां […]