शà¥à¤°à¥€ पी. सी. जोशी – à¤à¤¾à¤°à¤¤ में कमà¥à¤¯à¥à¤¨à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿ पारà¥à¤Ÿà¥€ के आधार सà¥à¤¤à¤®à¥à¤
 उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ में समय-समय पर कई à¤à¤¸à¥‡ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ पैदा हà¥à¤ हैं जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ व अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर अपनी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ का लोहा मनवाया है. अलà¥à¤®à¥‹à¥œà¤¾ के शà¥à¤°à¥€ पूरन चनà¥à¤¦à¥à¤° जोशी जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ इतिहास में पी सी जोशी के नाम से जाना जाता है, à¤à¤• पà¥à¤°à¤–र सà¥à¤µà¤¤à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® सेनानी, विचारक, लेखक, पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°, संगठनकरà¥à¤¤à¤¾ और राजनेता थे. पी […]
पशà¥à¤§à¤¨ की कà¥à¤¶à¤²à¤¤à¤¾ की कामना का परà¥à¤µ “खतडà¥à¤µà¤¾”
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ से ही कृषि और पशà¥à¤ªà¤¾à¤²à¤¨ आजीविका का मà¥à¤–à¥à¤¯ सà¥à¤°à¥‹à¤¤ रहा है। जटिल à¤à¥Œà¤—ोलिक परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के कारण वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤‚ नगणà¥à¤¯ थीं, लेकिन कम उपजाऊ जमीन होने के बावजूद कृषि और पशà¥à¤ªà¤¾à¤²à¤¨ ही जीवनयापन के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– आधार थे। आज à¤à¥€ कृषि और पशà¥à¤ªà¤¾à¤²à¤¨ से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ कई पारमà¥à¤ªà¤°à¤¿à¤• लोक परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤à¤‚ और तीज-तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° पहाड़ के […]