उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ का लोक परà¥à¤µ घà¥à¤˜à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾ तà¥à¤¯à¤¾à¤°
मकर संकà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ का तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° वैसे तो पूरे à¤à¤¾à¤°à¤¤ वरà¥à¤· में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है और यही तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° हमारे देश के अलग-अलग हिसà¥à¤¸à¥‹à¤‚ में अलग-अलग नाम और तरीके से मनाया जाता है। इस तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° को हमारे उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ में “उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤¯à¤£à¥€” के नाम से मनाया जाता है। कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤‚ में यह तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° घà¥à¤˜à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾ के नाम से […]
à¤à¤¿à¤Ÿà¥Œà¤²à¥€ – उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ में महिलाओं को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ à¤à¤• विशिषà¥à¤Ÿ परमà¥à¤ªà¤°à¤¾
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ राजà¥à¤¯ में कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤‚-गढवाल मणà¥à¤¡à¤² के पहाड़ी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° अपनी विशिषà¥à¤Ÿ लोक परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं और तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को कई शताबà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से सहेज रहे हैं| यहाठपà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ कई à¤à¤¸à¥‡ तीज-तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° हैं, जो सिरà¥à¤« इस अंचल में ही मनाये जाते हैं. जैसे कृषि से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° हैं हरेला और फूलदेई, माठपारà¥à¤µà¤¤à¥€ को अपने गाà¤à¤µ की बेटी मानकर उसके मायके […]