Uttarakhand Encyclopedia : उत्तराखण्ड ज्ञानकोष अपना उत्तराखण्ड आइये, जाने, समझें और जुडें अपने पहाड़ से, अपने उत्तराखण्ड से मेरा पहाड़ फोरम तब नहीं तो अब गैरसैंण, अब नहीं तो कब गैरसैंण राजधानी से कम मंजूर नहीं

7 responses to “बुलन्द हौंसले और धैर्य का दूसरा नाम- मीर रंजन नेगी”

  1. पहाड़ी भाई

    मीर रंजन नेगी के बारे में जानकर खुशी हुई. भारतीय हाकी अपने संक्रमण काल से गुजर रही है. ऐसे में मीर रंजन नेगी और परगट सिंह जैसे हाकी के दिग्गजों का महत्वपूर्ण पदों पर लौटना आवश्यक है.

  2. घिंघारु

    नेगी जी को कोच पद के लिये और उनके निर्देशन में महिला हाकी टीम की सफलता, दोनों के लिये अग्रिम शुभकामनायें।

  3. netra singh

    negi ji all the best we are always with u. we r proud of u.

  4. M S Mehta

    We must feel proud about MIR daju’ achievements. God bless him.

  5. Santosh

    Neg Da we r proud of u, plz do something in uttarakhand for sport, we have lots of talent in uttarakhand

  6. alok

    नेगी जी के बारे में एक सच्चाई और जोड़ना चाहूंगा… 1982 में पाकिस्तान के साथ फ़ाईनल के ठीक एक रात पहले नेगी जी की तबियत अचानक खराब हो गयी थी और उनके मुंह से झाग निकलने लगा था.. उन्होने अपने कोच से कहा था की मै कल के मैच में नही खेल पाऊंगा, लेकिन कोच ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया.. और बेहद खराब तबियत में ही उन्हे मैच में उतार दिया गया था….वो मैच भारत 7-1 से हार गया था…मैच हारने के बाद मीडिया ने नेगी जी की मां से पूछा था की :”मैच हरवाने के लिये पाकिस्तान ने मीररंजन को कितने पैसे दिये थे”… इतना ही नही मैच से पहले पाकिस्तानी खिलाड़ियों से शिष्टाचार अभिवादन का भी उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा और हार के बाद उनकी माँ और मंगेतर से भी यह सवाल पूछा गया कि हर गोल के लिए उन्होंने पाकिस्तानियों से कितना पैसा लिया था?

  7. Vinod Gariya

    “बुलन्द हौंसले और धैर्य का दूसरा नाम- मीर रंजन नेगी”
    its true

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.