उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ का लोक परà¥à¤µ घà¥à¤˜à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾ तà¥à¤¯à¤¾à¤°
मकर संकà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ का तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° वैसे तो पूरे à¤à¤¾à¤°à¤¤ वरà¥à¤· में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है और यही तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° हमारे देश के अलग-अलग हिसà¥à¤¸à¥‹à¤‚ में अलग-अलग नाम और तरीके से मनाया जाता है। इस तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° को हमारे उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ में “उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤¯à¤£à¥€” के नाम से मनाया जाता है। कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤‚ में यह तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° घà¥à¤˜à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾ के नाम से […]
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की लोक कà¥à¤°à¥€à¥œà¤¾à¤¯à¥‡à¤‚
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के पहाड़ में पहले खेलों के लिये परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ साधन नहीं थे, बचà¥à¤šà¥‡ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ संसाधनों पर खेल बनाकर खेला करते थे, जो आज पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ नहीं हैं। आज कमà¥à¤ªà¥à¤¯à¥‚टर और सà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿ फोन के यà¥à¤— में यह खेल कहीं खो से गये हैं, लेकिन खेलों में à¤à¥€ पहाड़ की सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ बनी रही है, इस लेख से माधà¥à¤¯à¤® […]
शकà¥à¤¨ आंखर-उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के संसà¥à¤•à¤¾à¤° गीत
हिनà¥à¤¦à¥‚ मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° हमारे जीवन में सोलह संसà¥à¤•à¤¾à¤° होते हैं, जीवन के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से संबंधित गीत हमारे उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡à¥€ समाज में à¤à¤°à¥‡ पड़े हैं, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शकà¥à¤¨ आंखर, मांगल गीत, फाग या संसà¥à¤•à¤¾à¤° गीत कहा जाता है। जनà¥à¤® से लेकर विवाह तक  नामकरण, छठी, बà¥à¤°à¤¤à¤¬à¤‚द, गणेश वंदना, मातृका पूजन, जनेऊ संसà¥à¤•à¤¾à¤°, कनà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¨ आदि गीत हमारे […]