2 सितम्बर, 1994 को खटीमा गोलीकांड के विरोध में मौन जुलूस निकाल रहे लोगों पर एक बार फिर पुलिसिया कहर टूटा। प्रशासन से बातचीत करने गई दो सगी बहनों को पुलिस ने झूलाघर स्थित आन्दोलनकारियों के कार्यालय में गोली मार दी गई। इसका विरोध करने पर पुलिस द्वारा अंधाधुंध फायरिंग कर दी गई, जिसमें कई लोगों को (लगभग 21) को गोली लगी और इसमें से तीन आन्दोलनकारियों की अस्पताल में मृत्यु हो गई।
मसूरी गोलीकांड में शहीद-
१- अमर शहीद स्व० बेलमती चौहान(48), पत्नी श्री धर्म सिंह चौहान, ग्राम-खलोन, पट्टी घाट, अकोदया, टिहरी।
२- अमर शहीद स्व० हंसा धनई(45), पत्नी श्री भगवान सिंह धनई, ग्राम-बंगधार, पट्टी धारमंडल, टिहरी।
३- अमर शहीद स्व० बलबीर सिंह(22), पुत्र श्री भगवान सिंह नेगी, लक्ष्मी मिष्ठान्न, लाइब्रेरी, मसूरी।
४- अमर शहीद स्व० धनपत सिंह(50), ग्राम-गंगवाड़ा, पट्टी-गंगवाड़स्यू, गढ़वाल।
५- अमर शहीद स्व० मदन मोहन ममगई(45), नागजली, कुलड़ी, मसूरी।
६- अमर शहीद स्व० राय सिंह बंगारी(54), ग्राम तोडेरा, पट्टी-पूर्वी भरदार, टिहरी।
इसके अलावा पी०ए०सी० द्वारा निर्ममता का परिचय देते हुये तत्कालीन डी०एस०पी० श्री उमाकांत त्रिपाठी की भी हत्या कर दी गई थी। उन्हें भी हम उत्तराखण्ड के शहीदों में स्थान देते हैं।
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Martyrs Of UK Movement – उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन के अमर शहीद
मसूरी गोलीकाण्ड के अमर शहीदों को हमारी अश्रुपूर्ण श्रद्धांजली…
खटीमा-मसूरी के शहीदों हम शर्मिन्दा हैं
तुम्हारे सपने अभी अधूरे हैं, तुम्हारे कातिल अभी जिन्दा हैं….
मसुरी गोलीकाण्ड के शहीदों को शत-शत नमन, अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि
खटीमा-मसूरी के कातिलों को, गोली मारो सालों को।
aap sab shaheedo ko hamra shat-shat naman
ham sarminda hai ki aaj bhi aapke katil khule ghum rahe hai aur aapke sapano ka Uttarakhand aaj bhi nahi ban paya|
lekin ham prayas karenge, aapki shahadat vyarth nahi jayegi,
jay Uttarakhand
हम ना रोये,
हमारी आत्मा रोई,
जब तुम्हारा कातिल,
तुम्हारे ही घर में,
वी०आई०पी० बना घूमा।
हम शर्मिन्दा हैं,
क्योंकि हममें तुम्हारे जैसा,
दूसरों के लिये मर जाने,
जैसा साहस और जज्बा,
शायद नहीं है।
लेकिन अब उत्तराखण्ड,
जाग रहा है,
शायद कुछ तो जाग भी चुके हैं,
अब हम जबाब लेंगे, हिसाब लेंगे,
खून तो खून, आपके पसीने का भी हिसाब लेंगे।
जय उत्तराखण्ड।
शत शत नमन अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि।
आपके बलिदान के लिये पूरा उत्तराखण्ड आपका आजन्म आभारी रहेगा। इस ऋण से हम कभी उऋण नहीं हो पायेंगे।
jab bhi mauka mila, aapki shahadat ka badla liya jayega.
jai maa bhagwati.