बी०मोहन नेगी, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ लोक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के वाहक
कविता पोसà¥à¤Ÿà¤° विधा के à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° चितेरे पà¥à¤°à¥‹à¤§à¤¾ बी०मोहन नेगी अब हमारे बीच नहीं रहे। देहरादून के à¤à¤• निजी असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ अंतिम सांसे ली। अà¤à¥€ तक विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं हो रहा है। खबर सà¥à¤¨à¤•à¤° सà¥à¤¤à¤¬à¥à¤§ हूà¤, बीमोहन दा रूला गये आप। अà¤à¥€ तो बहà¥à¤¤ कà¥à¤› सीखना था आपसे। लमà¥à¤¬à¥€ बातें करने थी।अब कौन बनाà¤à¤—ा हमारे लिठ[…]