बी०मोहन नेगी, उत्तराखण्ड लोक संस्कृति के वाहक
कविता पोस्टर विधा के एकमात्र चितेरे पुरोधा बी०मोहन नेगी अब हमारे बीच नहीं रहे। देहरादून के एक निजी अस्पताल में उन्होने अंतिम सांसे ली। अभी तक विश्वास नहीं हो रहा है। खबर सुनकर स्तब्ध हूँ, बीमोहन दा रूला गये आप। अभी तो बहुत कुछ सीखना था आपसे। लम्बी बातें करने थी।अब कौन बनाएगा हमारे लिए […]
पहाड़ की होली का एक संग्रहणीय दस्तावेज
होली एक ऐसा त्योहार है, जिसने बदलते दौर में अपना स्वरूप भी बदला है और उसका विस्तार भी हुआ है। हिंदी पट्टी में यह सैकड़ों वर्षों से रंग-गुलाल, मस्ती और पकवानों का त्योहार रहा है, लेकिन पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में होली का वह ग्रामीण-गंवई रूप अब कमोबेश लुप्त हो रहा है। यहां के […]