मुजफ्फरनगर (रामपुर तिराहा) गोलीकाण्ड
1-2 अक्टूबर, 1994 की रात्रि को दिल्ली रैली में जा रहे आन्दोलनकारियों का रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर में तत्कालीन राज्य उत्तर प्रदेश के पुलिस-प्रशासन ने जैसा दमन किया, उसका उदारहण किसी भी लोकतांत्रिक देश तो क्या किसी तानाशाह ने भी आज तक दुनिया में नहीं दिया कि निहत्थे आन्दोलनकारियॊं को रात के अंधेरे में चारों तरफ से घेरकर गोलियां बरसाई गई और उत्तराखण्ड की सीधी-सादी महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार तक किया गया। इस गोलीकांड में हमारे 7 आन्दोलनकारी शहीद हो गये थे।
अमर शहीदों के नाम
१- अमर शहीद स्व० सूर्यप्रकाश थपलियाल(20), पुत्र श्री चिंतामणि थपलियाल, चौदहबीघा, मुनि की रेती, ऋषिकेश।
२- अमर शहीद स्व० राजेश लखेड़ा(24), पुत्र श्री दर्शन सिंह लखेड़ा, अजबपुर कलां, देहरादून।
३- अमर शहीद स्व० रविन्द्र सिंह रावत(22), पुत्र श्री कुंदन सिंह रावत, बी-20, नेहरु कालोनी, देहरादून।
४- अमर शहीद स्व० राजेश नेगी(20), पुत्र श्री महावीर सिंह नेगी, भानिया वाला, देहरादून।
५- अमर शहीद स्व० सतेन्द्र चौहान(16), पुत्र श्री जोध सिंह चौहान, ग्राम हरिपुर, सेलाकुईं, देहरादून।
६- अमर शहीद स्व० गिरीश भद्री(21), पुत्र श्री वाचस्पति भद्री, अजबपुर खुर्द, देहरादून।
७- अमर शहीद स्व० अशोक कुमारे कैशिव, पुत्र श्री शिव प्रसाद, मंदिर मार्ग, ऊखीमठ, रुद्रप्रयाग।
इन सभी शहीदों की शहादत की १५ वीं बरसी पर मेरा पहाड़ डाट काम नेटवर्क समस्त उत्तराखण्ड की जनता की ओर से अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है। आज आपके शहादत दिवस के अवसर पर हम संकल्प लेते हैं कि हम पूरी कोशिश करेंगे कि आपके सपनों का उत्तराखण्ड बनाने और बचाने के लिये हम आजीवन प्रयासरत रहेंगे।
Shat shat naman aapka balidan vyarth na jane denge.
i am brother of rajesh negi,i was also at rampur tiraha during muzzaffarnagar kand ,i am ,proud of my brother that he sacrificed his life for uttrakhand
mai aap sab ko sat sat naman karta hu…
mai prun leta hu ki aapke sapno ka pahad aur uttarakhand banake rahungaa…