मà¥à¤œà¤«à¥à¤«à¤°à¤¨à¤—र (रामपà¥à¤° तिराहा) गोलीकाणà¥à¤¡
1-2 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर, 1994 की रातà¥à¤°à¤¿ को दिलà¥à¤²à¥€ रैली में जा रहे आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का रामपà¥à¤° तिराहा, मà¥à¤œà¤«à¥à¤«à¤°à¤¨à¤—र में ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ राजà¥à¤¯ उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के पà¥à¤²à¤¿à¤¸-पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ ने जैसा दमन किया, उसका उदारहण किसी à¤à¥€ लोकतांतà¥à¤°à¤¿à¤• देश तो कà¥à¤¯à¤¾ किसी तानाशाह ने à¤à¥€ आज तक दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में नहीं दिया कि निहतà¥à¤¥à¥‡ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥Šà¤‚ को रात के अंधेरे में चारों तरफ से घेरकर गोलियां बरसाई गई और उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की सीधी-सादी महिलाओं के साथ दà¥à¤°à¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° तक किया गया। इस गोलीकांड में हमारे 7 आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨à¤•à¤¾à¤°à¥€ शहीद हो गये थे।
अमर शहीदों के नाम
१- अमर शहीद सà¥à¤µà¥¦ सूरà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ थपलियाल(20), पà¥à¤¤à¥à¤° शà¥à¤°à¥€ चिंतामणि थपलियाल, चौदहबीघा, मà¥à¤¨à¤¿ की रेती, ऋषिकेश।
२- अमर शहीद सà¥à¤µà¥¦ राजेश लखेड़ा(24), पà¥à¤¤à¥à¤° शà¥à¤°à¥€ दरà¥à¤¶à¤¨ सिंह लखेड़ा, अजबपà¥à¤° कलां, देहरादून।
३- अमर शहीद सà¥à¤µà¥¦ रविनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत(22), पà¥à¤¤à¥à¤° शà¥à¤°à¥€ कà¥à¤‚दन सिंह रावत, बी-20, नेहरॠकालोनी, देहरादून।
४- अमर शहीद सà¥à¤µà¥¦ राजेश नेगी(20), पà¥à¤¤à¥à¤° शà¥à¤°à¥€ महावीर सिंह नेगी, à¤à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ वाला, देहरादून।
५- अमर शहीद सà¥à¤µà¥¦ सतेनà¥à¤¦à¥à¤° चौहान(16), पà¥à¤¤à¥à¤° शà¥à¤°à¥€ जोध सिंह चौहान, गà¥à¤°à¤¾à¤® हरिपà¥à¤°, सेलाकà¥à¤ˆà¤‚, देहरादून।
६- अमर शहीद सà¥à¤µà¥¦ गिरीश à¤à¤¦à¥à¤°à¥€(21), पà¥à¤¤à¥à¤° शà¥à¤°à¥€ वाचसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ à¤à¤¦à¥à¤°à¥€, अजबपà¥à¤° खà¥à¤°à¥à¤¦, देहरादून।
à¥- अमर शहीद सà¥à¤µà¥¦ अशोक कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥‡ कैशिव, पà¥à¤¤à¥à¤° शà¥à¤°à¥€ शिव पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦, मंदिर मारà¥à¤—, ऊखीमठ, रà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤—।
इन सà¤à¥€ शहीदों की शहादत की १५ वीं बरसी पर मेरा पहाड़ डाट काम नेटवरà¥à¤• समसà¥à¤¤ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की जनता की ओर से अपनी विनमà¥à¤° शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करता है। आज आपके शहादत दिवस के अवसर पर हम संकलà¥à¤ª लेते हैं कि हम पूरी कोशिश करेंगे कि आपके सपनों का उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ बनाने और बचाने के लिये हम आजीवन पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¤°à¤¤ रहेंगे।
Shat shat naman aapka balidan vyarth na jane denge.
i am brother of rajesh negi,i was also at rampur tiraha during muzzaffarnagar kand ,i am ,proud of my brother that he sacrificed his life for uttrakhand
mai aap sab ko sat sat naman karta hu…
mai prun leta hu ki aapke sapno ka pahad aur uttarakhand banake rahungaa…