पहाड़ की होली का à¤à¤• संगà¥à¤°à¤¹à¤£à¥€à¤¯ दसà¥à¤¤à¤¾à¤µà¥‡à¤œ
होली à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° है, जिसने बदलते दौर में अपना सà¥à¤µà¤°à¥‚प à¤à¥€ बदला है और उसका विसà¥à¤¤à¤¾à¤° à¤à¥€ हà¥à¤† है। हिंदी पटà¥à¤Ÿà¥€ में यह सैकड़ों वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से रंग-गà¥à¤²à¤¾à¤², मसà¥à¤¤à¥€ और पकवानों का तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° रहा है, लेकिन पूरà¥à¤µà¥€ उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ और बिहार में होली का वह गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£-गंवई रूप अब कमोबेश लà¥à¤ªà¥à¤¤ हो रहा है। यहां के […]