वीर चनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह गà¥à¤µà¤¾à¤²à¥€-उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के गौरव
यों तो उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ हमेशा से वीरों की à¤à¥‚मि रहा है, इस धरती ने इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ वीरों में से कà¥à¤› परमवीर à¤à¥€ पैदा किये। जिनमें चनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह गà¥à¤µà¤¾à¤²à¥€ का नाम सरà¥à¤µà¥‹à¤ªà¤°à¤¿ कहा जा सकता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने २३ अपà¥à¤°à¥ˆà¤², १९३० को अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के निहतà¥à¤¥à¥‡ सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® सेनानियों पर गोली चलाने से इनà¥à¤•à¤¾à¤° कर à¤à¤• नई कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ का सूतà¥à¤°à¤ªà¤¾à¤¤ […]
बी०मोहन नेगी, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ लोक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के वाहक
कविता पोसà¥à¤Ÿà¤° विधा के à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° चितेरे पà¥à¤°à¥‹à¤§à¤¾ बी०मोहन नेगी अब हमारे बीच नहीं रहे। देहरादून के à¤à¤• निजी असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ अंतिम सांसे ली। अà¤à¥€ तक विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं हो रहा है। खबर सà¥à¤¨à¤•à¤° सà¥à¤¤à¤¬à¥à¤§ हूà¤, बीमोहन दा रूला गये आप। अà¤à¥€ तो बहà¥à¤¤ कà¥à¤› सीखना था आपसे। लमà¥à¤¬à¥€ बातें करने थी।अब कौन बनाà¤à¤—ा हमारे लिठ[…]