फूलदेई : उत्तराखण्ड का एक लोक त्यौहार
उत्तराखण्ड यूं तो देवभूमि के नाम से दुनिया भर में जाना जाता है, इस सुरम्य प्रदेश की एक और खासियत यह है कि यहां के निवासी बहुत ही त्यौहार प्रेमी होते हैं। जटिल परिस्थितियों, रोज एक नई परेशानी से रुबरु होने, जंगली जानवरों के आतंक और दैवीय आपदाओं से घिरे रहने के बाद भी यहां […]
टिंचरी माई उर्फ इच्छागिरि माई : एक जीवट व्यक्तित्व
शिक्षा, मद्य निषेध तथा अनेक सामाजिक गतिविधियों से सम्बद्ध टिंचरीमाई उत्तराखण्ड की एक सुपरिचित महिला थी। पौड़ी गढ़वाल के थलीसैंण क्षेत्र के मन्ज्यूर गांव के रामदत्त नौटियाल के घार जन्मी नन्हीं दीपा की जीवन यात्रा उत्तराखण्ड की नारी के उत्पीड़न, सामाजिक कुरीतियों तथा विसंगतियों के विरुद्ध लड़ी गई लड़ाई और साहस का अनुकरणीय उदाहरण […]
माणा : भारत का आखिरी गाँव
The quaint little village of ‘Mana’ (माणा) lies three kilometers north of Badrinath (बद्रीनाथ). It has not compromised with time. It has the distinction of being the last Indian village on the Indo-Tibet border. The villagers of Mana are semi-nomads who fled Tibet during the Chinese occupation. Come winter they move down to Gopeshwar […]