बिशà¥à¤¨à¥€ देवी शाह- उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® सेनानी महिला
राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ में à¤à¥€ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡à¥€ महिलाओं का अविसà¥à¤®à¤°à¤£à¥€à¤¯ योगदान रहा है। इनमें à¤à¤• बेमिसाल नाम सà¥à¤µà¥¦ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ बिशà¥à¤¨à¥€ देवी शाह का है। १२ अकà¥à¤Ÿà¥‚बर, १९०२ को बागेशà¥à¤µà¤° में जनà¥à¤®à¥€ बिशà¥à¤¨à¥€ देवी मातà¥à¤° ककà¥à¤·à¤¾ ४ तक ही शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ थीं। à¤à¤• ओर वैधवà¥à¤¯ और दूसरी ओर सामाजिक कà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से बीच जकड़ी बिशà¥à¤¨à¥€ देवी राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ से […]
राग और रंग का अनूठा संगम : कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤‚ की बैठकी होली
होली का तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° रंगों का तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° है,धूम का तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° है। लेकिन उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤‚ मणà¥à¤¡à¤² में होली रंगो के साथ-साथ रागों के संगम का तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° है। इसे अनूठी होली कहना à¤à¥€ अतिशà¥à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¿ नहीं होगी, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहां होली सिरà¥à¤« रंगो से ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ रागों से à¤à¥€ खोली जाती है। पौष माह के पहले सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ से […]